नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) पर्वत पुरूष बाबा दशरथ मांझी जागृति मंच के तत्वावधान में जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर प्रखंड के एकतारा डाकबंगला के प्रांगण में शनिवार की देर शाम बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की 132वीं जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी। मुख्य अतिथि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने दीप प्रज्ज्वलित कर तथा बाबा साहब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा से ही सम्मान और संस्कार मिलता है।
उन्होंने शिक्षा पर आगे चर्चा करते हुए कहा कि बिहार सरकार अपने बजट में सबसे ज्यादा शिक्षा पर खर्च करती है। कहने का मतलब है कि बिहार सरकार शिक्षा को बढ़ावा देना चाहती है। उन्होंने कहा की सीबीएसई और बिहार बोर्ड में असमानता के कारण भी हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती है। इसलिए मैं कहता हूं कि जो समान शिक्षा की बात करे उसे ही आने वाले चुनाव में आंख मूंदकर वोट करें। अगर ऐसी सरकार आयेगी तो शिक्षा में खुद व खुद बदलाव होगा।
आगे उन्होंने कहा कि अगर अपना विकास करना चाहते हैं तो राजनीति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल के उपलब्धियों से भी लोगों को अवगत कराया। इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया। अंत में उन्होंने स्नातक और शिक्षक एमएलसी चुनाव में भी दलित के लिए सीट आरक्षित करने की मांग की। साथ ही कहा कि अगर जय भीम करते हो तो जाति बंधन को तोड़ो तभी समाज का विकास होगा। अगर दलित की बेटी उच्च पद पर आसीन होती है तो अगड़े जाति के लोग उससे शादी कर लेता है।
यहां वे लोग जाति बंधन को तोड़ देते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोविंदपुर विधानसभा विधायक मो. कामरान ने कहा कि अगर हम सेवक के रूप में आपके लिए काम किया हूं तो दुबारा हमें आपका आशीर्वाद मिलेगा। साथ ही उन्होंने क्षेत्र में अपने विकास कार्य को भी गिनाया। रोह के जिला पार्षद विद्याभूषण केवट ने पूर्व मुख्यमंत्री से नवादा में एमए की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की।
मंच के जिलाध्यक्ष रामलाल मांझी, संयोजक कपिलदेव मांझी, जिला पार्षद विद्याभूषण केवट, रोह प्रखंड अध्यक्ष इंदल मांझी, राजद के अशोक यादव, कैलाश यादव, राजेश चौधरी, विधायक के निजी सचिव राहुल कुमार चुलबुल, अंबिका राजवंशी, विकास सिंह, सुरेश मांझी, प्रमोद कुमार, जगदीश यादव आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.