स्टेट डेस्क/पटना। पटना के फुलवारीशरीफ स्थित नया टोला इलाके में सुरक्षा बलों ने मौके से रिटायर्ड दारोगा सहित 3 आतंकी को धर दबोचा। भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का बड़ा खेल यहां चल रहा था। पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि 26 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पटना, दरभंगा समेत अन्य जिलों के लोग इसमें शामिल है। फिलहाल अभी तक पाकिस्तान का कनेक्शन सामने नहीं आया है।
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि फुलवारीशरीफ मामले में कुल 26 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है। अधिकांश लोग बिहार के हैं और कुछ लोग बिहार के बाहर कर्नाटक के रहने वाले हैं। शारीरिक प्रशिक्षण और मार्शल आर्ट के नाम पर युथ को ट्रेनिंग देने का काम कर रहे थे। छापेमारी के दौरान ऐसे डॉक्यूमेंट मिले जो कि भारत की संप्रभूता और अखंडता के विरुद्ध भी टिप्पणियां थी और गिरफ्तार लोगों के बैंक अकाउंट की भी जांच की जाएगी।
राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ में पुलिस टीम ने प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य रहा अतहर परवेज और झारखंड पुलिस रिटायर्ड दरोगा जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार मोहम्मद परवेज आलम मोहम्मद जलालुद्दीन के खिलाफ पुलिस को देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने, देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करने के लिए लोगों को प्रशिक्षण देने हथियार चलाने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देने एवं धार्मिक उन्माद फैलाने आदि देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करने के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। पी एफ आई आर एस डी पी आई आर में गिरफ्तार दोनों शख्स भारत को 2047 में इस्लामिक राष्ट्र बनाने का विजन 2047 पर काम कर रहे थे। इतना ही नहीं यह लोग अपने संगठन से जुड़े लोगों को देश में उन्माद फैलाने जातीय विद्वेष फैलाने एक समुदाय विशेष के प्रति धार्मिक कट्टरता पैदा करने सहित देश के विरुद्ध हर तरह की कट्टरपंथी और आतंकी गतिविधियों को संचालित करने में जुटे हुए थे।
पुलिस को इनके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिले हैं जिनमें पाकिस्तान बांग्लादेश तुर्की समेत अन्य इस्लामी देशों से करोड़ों की फंडिंग इन लोगों के जुड़ खातों से होने का पता चला है। इसकी जानकारी एडिशनल एसपी मनीष कुमार सिन्हा ले डीएसपी कार्यालय फुलवारी शरीफ में देर शाम प्रेस कांफ्रेंस में दी। इतना ही नहीं एडिशनल एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अथर्ववेद का भाई मंजर परवेज पूर्व में पटना में हुए बम ब्लास्ट उनके आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। मंजर परवेज फिलहाल जेल में है इसके अलावा सिमी से जुड़े कई लोगों को जमानत कराने में यह दोनों शामिल रहे हैं। सिमी से जुड़े आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों के जमानतदार भी यह लोग ही बने हैं।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अतहर परवेज फिलहाल फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ला में रह रहा था और मोहम्मद जलालुद्दीन के आमद पैलेस नया टोला में 16000 में किराए में फ्लैट लेकर कार्यालय खोल रखा था। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार मकान मालिक मोहम्मद जलालुद्दीन को अथर्ववेद की सारी गतिविधियों की जानकारी थी और जब लोगों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता था उस समय मोहम्मद जलालुद्दीन वहां मौजूद रहते थे। एडीशनल एसपी ने बताया कि पीएफआई और एसडीएफआई यह दो संगठन की आड़ में देश विरोधी कार्य में लगा हुआ था और फुलवारी शरीफ में झारखंड से सेवानिवृत हुए दरोगा जलालउद्दीन खां के मकान को किराया में लेकर यहां से देशी विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। इस बात की जानकारी एएसपी मनीष कुमार से संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर दिया।
उन्होंने बताया कि अतहर प्रवेज एसडीएफआई नाम का एक संगठन बना कर इस की आड़ में सिम्मी के पुराने सदस्यों को एक जुट कर उनको हर तरह का प्रशिक्षण देता था। यह लोग विजन 2047 के तहत कार्य कर रहे थे जिसमें भारत को वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया था। एएसपी मनीष ने बताया कि छापामारी के दौरान इनके कार्यालय से विजन 2047 का बुकलेट पीएफआई का झंडा,पंपलेट कई गुप्त दस्तावेज समेत अन्य सामाग्री बरामद किया गया। गिरफ्तार दोनों लोगों का मुख्य उद्देश्य दो समुदाय में विद्धेष फैलाने एवं राष्ट्र के विरूद्ध गतिविधियां संचालित कर दूसरे देशों सामाग्रियां उपलब्ध कराना था। इन लोगों के खिलाफ पुलिस को वैज्ञानिक एवं तकनीकी कई ऐसी जानकारी मिली है जो पाक,बंगलादेश,तुर्की आदि देशों से संपर्क साध कर देश को कमजोर करने एवं शांति व्यवस्था को भंग कर देश बदनामी कराना शामिल है। इन लोगों से संबंधित खातों में विदेशी देशों से करोड़ों रूपये आये।
इन रूपयों के सहारे केरला से प्रशिक्षित लोगों को बुला कर यहां के लोगों को कई तरह की प्रशिक्षण दी जा रही थी जिसमें असलाहे चलाना एवं शारीरिक प्रशिक्षण शामिल है। विदेशों से आये अवैध धन के माध्यम से अतहर प्रवेज और सेवा निवृत दरोगा जलाउद्दीन खां ने करोड़ो की संपति बनाई है। जिसकी भी जांच की जा रही है। इन लोगों के संगठन से जुड़े सभी लोगों का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही सभी की गिरफ्तारी की जायेगी। इन लोगों के द्वारा ही विभिन्न आतंकवादी घटनाओं एवं सिम्मी के सदस्या जो गिरफ्तार हुए उन सभी का इन लोगों ने जमानत में आये विदेशी धन का प्रयोग कर जमानत कराया।