बक्सर, विक्रांत। कृषि एवं पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के प्रभारी सचिव डा. श्रवण कुमार द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। इस मौके पर सचिव ने कहा कि अल्पवृष्टि के कारण सुखाड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गया है। इससे निबटने हेतु आगामी 15 अगस्त तक जिले में रोपनी कार्य सुनिश्चित करने के लिए सोन नहर, गंगा पम्प नहर, लघु सिंचाई, विद्युत विभाग युद्ध स्तर पर सिंचाई व्यवस्था की तैयारी में लग जाय, ताकि ससमय किसान रोपनी का कार्य कर सकें। फसल आच्छादन की समीक्षा पर उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि कोई भी मैनुअल रिपोर्ट स्वीकार नहीं होगा। कृषि विभाग द्वारा जारी विहान एप्प में ही प्रतिदिन फसल आच्छादन की प्रवृष्टि करें, ताकि 15 अगस्त तक वास्तविक फसल आच्छादन का आकलन किया जा सके।
फसल आच्छादन प्रवृष्टि की संपूर्ण जवाबदेही कृषि समन्वयक की होगी। कृषि समन्वयक के कार्यो का मूल्यांकन का सूचक विहान एप्प ही होगा। आगे उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सभी कृषि समन्वयक संबंधित पंचायत में फसल आच्छादन की प्रवृष्टि विहान एप्प पर कर इसकी जानकारी जिला पदाधिकारी बक्सर एवं जिला कृषि पदाधिकारी को उपलब्ध करायेंगे, ताकि इसका अनुश्रवण किया जा सके। इसमें लापरवाही बरतने पर संबंधित कृषि समन्वयक पर दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।
फसल आच्छादन के आधार पर ही आकस्मिक फसल योजना तैयार किया जायेगा। डीजल अनुदान पर समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जिले में 18270 बिजली चालित एवं 4714 डीजल चालित पम्पसेट हैं।आगे कृषि सचिव द्वारा कृषि समन्वयकों को निर्देश दिया कि डीजल चालित पम्पसेट की बहुलता वाले क्षेत्र में आवेदन करने वाले किसानों को ही डीज