स्वयं सेवी संगठन एक्सन एंड के अंतर्गत किया पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन

बिहार मुजफ्फरपुर

जनसहयोग से बाल मजदूरी और बाल विवाह खत्म करने का चलेगा अभियान

मुजफ्फरपुर, बिफोर प्रिंट। राजीव गांधी सेवा केन्द्र आथर मे एक्शन एंड के सहयोग से पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन व बैठक किया गया। बैठक की अध्यक्षता मुखिया सुरेश कुमार ने की। बैठक में एक्शन एड के जिला समन्वयक अरविन्द कुमार ने आंकड़ों के माध्यम से बिहार, मुजफ्फरपुर और बोचहा प्रखंड की स्थितियों का उल्लेख किया जिसमें नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 5 का जिक्र करते हुए बताया कि बच्चों एवं महिलाओं में कुपोषण का दर पहले से बढ़ गया है। बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल विवाह, विषमलिंगानुपात, कन्या भ्रूणहत्या, फेक मैरेज पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। बाल विवाह,बाल मजदूरी,बाल तस्करी के कारण उससे होने वाले दुष्प्रभावों पर बात करते हुए पंचायत एवं वार्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के गठन और इसकी भूमिकाओं के संबंध में विशेष चाचा हुई।

मुखिया सह पंचायत बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने उपस्थित सदस्यों से अपील की कि विशनपुर जगदीश पंचायत को बालश्रम व बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने में आप सभी पंचायत जनप्रतिनिधियों, सेवा प्रदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सभी सदस्यों को इस संबंध में अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए संकल्प लेना होगा कि वे अपने पंचायत को बालश्रम व‌ बाल विवाह व कुपोषण मुक्त बनायेंगे तथा शिक्षा के क्षेत्र में सभी बच्चों को स्कूल जाना सुनिश्चित करेंगे। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अशिक्षा, गरीबी और अभिभावकों में जागरूकता की कमी को बाल विवाह का कारण बताया।

राजगीर कुमार, प्रखंड समन्वयक, एक्शन एड ने प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के तहत बच्चे के जन्म तक पांच हजार रुपए और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत एक बच्ची को कुल 90 हजार रूपए से अधिक दिए जाने की बात कही जिसमें बताया कि अविवाहित लड़की को इंटरमीडिएट पास करने पर 25 हजार तथा स्नातक करने पर एम के यू वाई के तहत 50 हजार रुपए मिलने का प्रावधान है। उपस्थित आंगनबाड़ी सेविकाओं ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के सहज क्रियान्वयन में सभी जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपेक्षा की।

विकास मित्र संजय कुमार ने दलित विकास मिशन की ओर से किशोर, किशोरियों के सशक्तिकरण के लिए गठित किशोरी समूहों का जिक्र करते हुए समुदाय में बाल विवाह को रोकने के लिए महिलाओ, बच्चियों को जागरूक करने हेतु जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपेक्षा की। बैठक में उपस्थित सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक ने ड्राप आउट बच्चों की सूची बनाकर उन्हें विद्यालय में रेगुलर उपस्थिति के लिए रणनीति बनाकर अभिभावकों के साथ जनप्रतिनिधियों के सहयोग से क्षेत्र में भ्रमण करेंगे।

बैठक में आंगनवाड़ी सेविका बबिता कुमारी, शिव कुमारी, कुमारी चन्दन प्रियदर्शी, अहिल्या कुमारी,आशा कर्मी शीला देवी, रानी पाठक, विभा देवी, शिक्षक अभय कुमार, सुशील कुमार, रामजी पर्वत, शशीभूषण कुमार आदि ने अपनी बात रखी। बैठक में एक्शन एड के वोलिंटियर संजय कुमार मांझी, ए. एन. एम. पुषपा कुमारी, वार्ड सदस्य संतोष कुमार, रमेश सहनी ने सक्रिय रुप से सहभागिता करते हुए अपने विचार प्रकट किए। बैठक में सर्वसम्मति से यह तय हुआ कि जल्द हीं एक खास बैठक सिर्फ विद्यालय में बच्चों की शत, प्रतिशत उपस्थिति को केंद्रित कर हो और परवरिश योजना में योग्य बच्चों का चिन्हिकरण कर जल्द योजना से लाभान्वित करने की योजना बने।