बेगूसराय फायरिंग के चारों आरोपी गिरफ्तार, बीहट का है मास्टरमाइंड केशव, पढ़िए क्या कहना है आरोपी की माँ का

पटना

-गिरफ्तार अपराधियों में एक बीहट का ,एक सिंघौल,एक हाजीपुर का है निवासी

-चारों की उम्र 17 से 24 के बीच होगी

-5 से अधिक हथियार से 30 राउंड से अधिक की है फायरिंग

Patna/Sivanand : बिहार के बेगूसराय में 13 सितंबर मंगलवार की शाम हुई गोलीबारी के मामले में बेगूसराय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने न सिर्फ चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है बल्कि कई और जानकारी भी हासिल कर ली है। आरोपियों की गिरफ्तारी से बेगूसराय पुलिस ने राहत की सांस ली है। गिरफ्तार अपराधियों में बेगूसराय जिले के राजनीतिक रूप से काफी सजग गांव बीहट के रहनेवाला केशव मास्टरमाइंड हैं। लेकिन दूसरी ओर बीहट के जिन लोगों का नाम आ रहा है ऊनलोगों के परिजन अपने बेटों को इस केस में फसाने का आरोप लगा रहे हैं।जाहिर सी बात है पुलिस के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राजनीतिक रूप से नया बवंडर उठ सकता है।

गिरफ्तार लोगों में सुमित, युवराज, केशव उर्फ नागा और अर्जुन शामिल हैं। केशव गैंग का मास्टरमाइंड है जिसने ये प्लानिंग की थी। भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इनलोगों के पास6 हथियार थे और करीब 30 से अधिक राउंड गोली चलाई गई थी।पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार अपराधियों ने इस घटना को क्यों अंजाम दिया और इसके पीछे किसी की साजिश तो नहीं थी ,आदि मसलों पर पुलिस गंभीरता से पूछ रही है। पकड़े गए अपराधियों के नाम है सुमित, अर्जुन, नागा और युवराज। पुलिस दो को कल गिरफ्तार कर चुकी थी जबकि दो को आज गिरफ्तार किया गया है।

जानकारी के अनुसार झाझा स्टेशन से पुलिस ने केशव को गिरफ्तार किया है जो मौर्य ट्रेन से रांची जा रहा था। वहीं पुलिस ने सुबह साहेबपुर कमाल से अर्जुन को गिरफ्तार किया को अपने रिशेदार के यहां छिपा हुआ था। अब पुलिस मामला को क्लोज कर दिया है। एक अपराधी बीहट निवासी रामबिनय सिंह का बेटा है जो पेट्रोल पंप लूट कांड में भी जेल जा चुका है। जानकारी के अनुसार ,इन चारों लोगों की उम्र 18 से 24 साल होगी।पुलिस को गुमराह करने के लिए ये लोग बरौनी थर्मल के पास वारदात करने के बाद पटना न जाकर बिंदतोली होते हुए अपने अपने ठिकानों पर छुप गय थे।सुमित बरौनी के हाजीपुर का निवासी है।अर्जुन सिंघौल का रहने वाला है।

बताया जाता है कि दो संदिग्ध को बेगूसराय न्यायालय के समीप से वकील से मिलने जाने वक्त पुलिस ने कल ही गिरफ्तार किया। जबकि आज केशव को झाझा स्टेशन से और अर्जुन को साहेबपुरकमल से गिरफ्तार किया गया। इन लोगों के पास से बड़ी संख्या में हथियार एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी मिली है। इस संबंध में पुलिस अभी खुलासा नहीं कर रही है, लेकिन गुरुवार की रात डीआईजी सत्यवीर सिंह ने कहा है कि उद्भेदन हो गया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस को जिसकी तलाश थी वह मिल गया है।

केशव की माता किरण देवी

इस बीच मास्टरमाइंड कहे जानेवाले केशव की माता का कहना है यदि मेरा बेटा दोषी है तो उसको फांसी की सजा होनी चाहिए और अगर नहीं दोषी है तो निर्दोष को फसाना नहीं चाहिए। केशव की मां किरण देवी ने इस संवाददाता को फोन कर रोते हुए बताया कि घटना के दिन उनका बेटा केशव 4:00 बजे घर से निकला था और बीहट के कुणाल लाइन होटल पर 5:30 बजे तक में बैठा हुआ था, इसका सीसीटीवी फुटेज भी है। ऐसे हालात में केशव का इस कांड में नाम आना और मीडिया में मास्टरमाइंड कहा जाना आश्चर्य की बात है।पुलिस पर अपने बेटे को जन बूझकर फसाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जानबूझकर मेरे बेटे कों पुलिस फंसा रही है।

इधर, सूत्रों के अनुसार घटना को लेकर जारी सीसीटीवी फुटेज में नारंगी रंग का टी-शर्ट पहने जो व्यक्ति दिख रहा था, उस संदिग्ध को लेकर गुरुवार देर शाम एसपी योगेन्द्र कुमार गोधना गांव के समीप स्थित घटनास्थल पहुंचे तथा क्राइम का सीन क्रिएट किया गया। करीब 20-25 मिनट रुकने के बाद रुकने के बाद पुलिस टीम बेगूसराय लौट गई है। इस संबंध में शुक्रवार को प्रेसवार्ता के माध्यम से गोलीबारी मामले की जानकारी देने की संभावना है। एसपी जिस संदिग्ध अपराधी को लेकर घटनास्थल पहुंचे, उसके संबंध में कई और महत्वपूर्ण साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं तथा इसका तार बड़े नेटवर्क से जुड़ सकता है।

बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए संदिग्धों के पास से बरामद मोबाइल का तकनीकी विश्लेषण भी किया गया है। घटना के समय मोबाइल का लोकेशन और फायरिंग के रूट में पड़ने वाले तमाम मोबाइल टावर के डंप डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है। बहरहाल, बेगूसराय में घटित नेशनल मीडिया को भी झकझोर देने वाली इस ब्लाइंड घटना से पर्दाफाश कर पुलिस जरूर चैन में होगी लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के बाद विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच नया राजनीतिक बवंडर मचना तय है।साथ ही,जिन आरोपियों की गिरफ्तारी की बात आ रही है उसके बारे में परिजन घटना के वक्त कहीं और रहने की बात कह पुलिस के दावे को कटघरे में खड़ा कर सकते हैं।अब समय का इंतजार है, कौन सही है और कौन गलत।