2 नवंबर को अरवल में होगा युद्ध विरोधी आमसभा, भाकपा- माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य लेंगे भाग!

पटना

स्टेट डेस्क/पटना : गाजा में निर्दोष नागरिकों, बच्चों-महिलाओं के लगातार जारी बर्बर जनसंहार के खिलाफ वहां तत्काल शांति की बहाली की मांग पर भाकपा-माले के नेता का. शाह चांद के 9 वें स्मृति दिवस पर अरवल में आगामी 2 नवंबर को युद्ध विरोधी आमसभा का आयोजन होगा. इस आयोजन में मुख्य वक्ता के बतौर भाकपा-माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य भाग लेंगे.

मोदी सरकार बेहद निर्लज्जता के साथ फिलिस्तीन के प्रति भारत की दशकों पुरानी नीति का परित्याग करते हुए अरबों की जमीन हथियाने वाले इजरायल का समर्थन कर रही है और उसने फिलिस्तीनियों के खिलाफ किए जा रहे युद्ध अपराध की ओर से पीठ फेर ली है. भारत में इसका उपयोग भाजपा का पूरा तंत्र मुसलमानों के खिलाफ नफरत भड़काने में कर रहा है.

पूरी दुनिया गाजा में इजरायली जनसंहार पर रोक लगाने की मांग कर रही है लेकिन मोदी सरकार ने गाजा पर हमले को रोकेने के प्रस्ताव की वोटिंग में अनुपस्थित रहकर पूरी दुनिया में भारत को शर्मसार किया है. गाजा में अब तक 8000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. जिमसें 3 हजार से ज्यादा बच्चे हैं और करीब 2 हजार महिलाएं हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे अभूतपूर्व मानवीय संकट करार दिया है.

ऐसी स्थिति में गाजा में जारी जनसंहार पर तत्काल रोक लगाने और वहां शांति की बहाली की मांग को पुरजोर तरीके से उठाने की जरूरत है. भाकपा-माले ने इसी उद्देश्य से आगामी 2 नवंबर को अरवल के कर्बला के मैदान में युद्ध विरोधी आमसभा का आयोजन किया है.