- चौथे राष्ट्रीय ईटी डिजिटेक कान्क्लेव में सीएमडी संजीव हंस ने की शिरकत
- सुविधा एप एवं यूनिवर्सल स्मार्ट प्रीपेड मीट्रिंग मॉडल की सभी ने की तारीफ़
स्टेप डेस्क/पटना : प्रधान सचिव, ऊर्जा विभाग, बिहार सरकार सह सीएमडी संजीव हंस ने शनिवार को गोवा में आयोजित चौथे राष्ट्रीय ईटी डिजिटेक कॉन्क्लेव में देश भर से आये प्रतिनिधियों के समक्ष ऊर्जा विभाग की सुविधा और यूनिवर्सल स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग की सफलता के विषय में प्रस्तुति दी। विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के पैनल की अगुवाई करते हुए उन्होंने अपने प्रेजेंटेशन के माध्यम से सुविधा और स्मार्ट प्रीपेड मीटर की वजह से बिहार के नागरिकों के जीवन में आए सकारात्मक प्रभाव और सहूलियत के विषय में बताया।
सुविधा ऐप के माध्यम से मीटरिंग, बिलिंग, इनकम का संग्रहण, लोड परिवर्तन अनुरोध सहित कुल 21 सेवाएं उपभोक्ताओं को प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि सुविधा को कोविड 19 से पहले ही शुरू किया गया था, और निश्चित रूप से इससे कोरोना महामारी के दौरान नागरिकों और डिस्कॉम अधिकारियों के लिए संपर्करहित तरीके से काम करने में आसानी हुई। अब तक 46 लाख से अधिक नये सर्विस कनेक्शन, 6 लाख से अधिक मोबाइल नंबर अपडेट, 3 लाख से अधिक लोड परिवर्तन और पता परिवर्तन के अनुरोध को सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है। उपभोक्ताओं की सहूलियत के अलावा इससे प्रकृति का भी फायदा हुआ है। डिजिटल मोड में होने के कारण अब तक कुल 10 करोड़ से अधिक पत्तियां अर्थात लगभग 4000 पेड़ बचाए जा चुके हैं।
17 लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टॉल करने के साथ ही बिहार देश में इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन रिचार्ज पर 3% की छूट सहित अपने प्रतिदिन के बिजली खपत को चेक करना, एवं विभिन्न वाणिज्यिक बचतों की वजह से उपभोक्ताओं द्वारा इसे आसानी से अपनाया जा चुका है। बिहार के स्मार्ट मीटर मॉडल को समझने के लिए छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश राज्य की बिजली वितरण कंपनियों के अलावा टाटा पावर – उड़ीसा, बीएसईएस दिल्ली, सेल टाउनशिप हमारे यहां फील्ड स्टडी के लिए आए थे।
अपने संबोधन के आखिरी में उन्होंने राज्य की दोनों डिस्कॉम कंपनियों की सफलता के ट्रिपल टी मंत्र को सभी के साथ साझा किया। ट्रिपल टी अर्थात टीम स्पिरिट एवं टेक्नॉलजी का उपभोक्ताओं के ट्रस्ट के साथ सफल मिश्रण। हंस ने बताया कि इसकी बदौलत ही 2012 में कंपनी बनने के बाद पहली बार दोनों डिस्कॉम कंपनियों ने पूर्ण रूप से मुनाफा कमाया है। नयी तकनीकों को अपनाना और माइक्रो स्तर पर डाटा का विश्लेषण ने पूरे प्रोसेस को सुचारु रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सम्पूर्ण के माध्यम से स्वचालित ऊर्जा लेखा और ऑडिटिंग, समीक्षा के माध्यम से आय मॉनिटरिंग और हैंडहोल्डिंग, समाधान के माध्यम से बिजली खरीद लागत को कम करना, रेड & एफआईआर मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से पारदर्शिता लाना, एवं इंटीग्रेटेड कंट्रोल & कमांड सेंटर द्वारा बिजली की रियल टाइम मॉनिटरिंग जैसे तकनीकों का बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड एवं उसकी अनुषंगी कंपनियां उपयोग कर रही हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार की सफलता की कहानी को एकमत रूप से सराहा जा रहा है, और कई संगठनों ने हमारे मॉडल से सीख कर उसे अपनाने की उत्सुकता व्यक्त की है।
ईटी गवर्नमेंट द्वारा चौथी डिजीटेक कॉन्क्लेव एवं अवार्ड गोवा में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह सम्मेलन उच्च सरकारी अधिकारियों, शिक्षाविदों, निर्णायक निर्माताओं और प्रौद्योगिकी नेताओं के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, जो ज्ञान और विचारों के आदान-प्रदान करने के साथ साथ 21वीं सदी के डिजिटल ढांचे की परिकल्पना करने में सहायक होगा। यह सरकारों को सेवा प्रदान करने में सुधार करने, विश्व-स्तरीय ढांचे का निर्माण करने और सामाजिक समावेश को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा।