DESK : बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के विधायकों ने खूब हंगामा किया. बीजेपी के सदस्य वेल में पहुंचकर पोस्टर लहराने लगे. विधायकों ने सरकार के खिलाफ हंगामा किया. बिहार में अपराध और पुलिसिया जुल्म के खिलाफ विधायक हंगामा कर रहे थे इस बीच स्पीकर ने प्रश्नकाल को शुरू करा दिया तो बीजेपी के सदस्य आक्रोशित हो गए. इसके बाद वेल में कुर्सी उठाकर हंगामा करने लगे.
हाजीपुर में शहीद के पिता को गिरफ्तार करने का मामले में भी विधानसभा में बीजेपी ने हंगामा किया. उग्र विधायकों ने कुर्सी उठाई तो स्पीकर ने प्रदर्शन कर रहे विधायकों को चेताया. कहा कि यह सही नहीं है. इसके बाद मार्शल को कहा कि कुर्सी को सही जगह पर रखें. स्पीकर ने कहा कि अगर यही रवैया रहा तो कार्रवाई करने पर उन्हें विवश होना पड़ेगा.
हंगामे से पहले बीजेपी विधायक पवन जायसवाल ने कहा कि गलवान घाटी में वैशाली के जय किशोर शहीद हुए थे. शहीद जय किशोर के पिता को वैशाली पुलिस ने गिरफ्तार किया. उनकी पिटाई भी की. शहीद जय किशोर की याद में स्मारक बना है. इससे पुलिस प्रशासन को क्या दिक्कत है? बिहार का बेटा देश के लिए शहीद हुआ था. याद में स्मारक बनना कुछ भी गलत नहीं. अगर स्मारक सरकारी जमीन या दूसरे की जमीन पर जबरन बना है तो कानून के तहत कार्रवाई होती. शहीद के बुजुर्ग पिता को पुलिस गिरफ्तार सीधा की व पिटाई की. यह उचित नहीं.
आरजेडी कोटे के मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा है कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए सेना पर हमला करवाती है. इसके बाद उन्होंने कहा कि भारतीय सेना जल्द हिजड़ो की फौज बन जाएगी. इस पर कहा कि अब तक मंत्री पर कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस शराब माफिया, अपराधियों से पिट रही है इसलिए पुलिस अपना गुस्सा शहीद के पिता पर उतार रही है. मंत्री सेना का अपमान कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन का मनोबल और बढ़ रहा है.
बता दें गलवान घाटी में शहीद हुए जय किशोर के पिता राज कपूर सिंह को वैशाली पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस पर पिटाई करने का आरोप भी लगा है. शहीद के सम्मान में बने स्मारक वाली भूमि को लेकर विवाद चल रहा था.
पुलिस का कहना है कि शहीद के पिता राज कपूर सिंह के विरुद्ध उनके ग्रामीण हरीनाथ राम द्वारा शहीद की प्रतिमा स्थल की जमीन को अवैध तरीके से कब्जा करने व अनुसूचित जाति को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने को लेकर जनवरी में मामला दर्ज कराया गया था. जांच के दौरान वरीय पदाधिकारी द्वारा गिरफ्तारी का आदेश दिए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया.