Vikrant : बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा एक दिवसीय बीज उत्पादन-सह-फसल प्रणाली (खरीफ 2023) की बैठक आयोजित की गई। कुलपति Dr D.R.Singh की अध्यक्षता में विगत वर्ष खरीफ 2022-23 में बीज उत्पादन के लक्ष्य के सापेक्ष में प्राप्त उपलब्धी एवं वर्ष 2023-24 के लिए बीज उत्पादन लक्ष्य के निर्धारण हेतु गहन विचार विमर्श किया गया।इस मौके पर कुलपति ने सम्बोधित करते हुए कहा की कृषि उत्पादन में गुणवत्तापूर्ण बीजो की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है।
गुणवत्तापूर्ण बीज खेती की नीव का आधार और मूलमंत्र है। अच्छी गुणवत्ता वाले बीज से फसलों का भर पुर उत्पादन साथ ही साथ सामान्य बीज की अपेक्षा अधिक उपज प्राप्त होता है। कुलपति ने कहा कि वर्ष 2023 को अतंराष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है.जिसके मद्देनजर बीज उत्पादन कार्यक्रम में मोटे अनाज को विशेष रूप से शामिल करना आवश्यक है। कुलपति ने समय से बीज की उपलब्धता एवं किसानो की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कृषि अनुसन्धान संस्थान मीठापुर,पटना में बीज विक्रय केंद्र खोलने का निर्देश दिया.
जिससे की राज्य के अधिक से अधिक किसान लाभन्वित हो सके । बैठक में निदेशक प्रसार शिक्षा, निदेशक शोध, कृषि अधिष्ठाता एवं निदेशक छात्र कल्याण ने भी बैठक को सम्बोधित किया। निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डा पी के सिंह ने बीज उत्पादन में लगे वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए कहा की बीज की अनुवांशिक एवं भौतीक शुद्धता को मानक के अनुरूप सुनिश्चित किया जाये तथा विश्वविद्यालय द्वारा विमोचित प्रभेदों को अधिक से अधिक बीज उत्पादन कार्यक्रम में शामिल किया जाय। इस आशय की जानकारी विवि के जन संपर्क अधिकारी डा राजेश कुमार ने जारी विज्ञप्ति के हवाले से दी है.