-एक कमरे में बैठेंगे 18 स्टूडेंट्स
-कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से होगा पालन
पटना, बीपी डेस्क। सीबीएसइ 10वीं और 12वीं के टर्म-2 परीक्षा 26 अप्रैल से शुरू हो रही है। पहले दिन 10वीं की पेंटिंग की परीक्षा होगी, वहीं 27 अप्रैल को इंग्लिश की परीक्षा होगी। 12वीं के पहले दिन एंटरप्रेन्योरशिप की परीक्षा होगी और दो मई को हिंदी की परीक्षा होगी। स्टूडेंट्स को परीक्षा सेंटर पर 10 बजे तक एंट्री कर लेना है। उसके बाद एंट्री नहीं दी जायेगी। सीबीएसइ के अनुसार स्कूल ड्रेस में परीक्षार्थियों को परीक्षा देने आना है।
प्राइवेट कैंडिडेट को हल्के रंग के कपड़े पहनने हैं। दूसरी ओर एडमिट कार्ड पर प्राचार्य का साइन होना चाहिए। एक कमरे में कुल 18 परीक्षार्थियों परीक्षा देंगे। 18 परीक्षार्थियों पर एक असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट होेंगे। 20 परीक्षार्थियों के लिए 1, 21 से 100 के लिए 2, 101 से 400 के लिए 3 और 401 से अधिक के लिए 4 लोगों को ड्यूटी लगाई जायेगी।
स्कूलों में परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी हो गयी है। सीबीएसइ के गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा सेंटर पर कोविड के सारे प्रोटोकॉल का पालन करना है और साथ ही एंट्री और एग्जिट के समय विशेष ध्यान देना है। इस बार सवालों का पैटर्न सब्जेक्टिव होगा। पटना जोन के करीब 700 सेंटर्स पर परीक्षा होगी।
इसी शेड्यूल पर लेनी है परीक्षा–
-9 बजे से 10 बजे – परीक्षार्थियों की एंट्री
-10 बजे – प्रश्नपत्र के सील कंट्रोल रूम में खोले जाएंगे
-10 बजे -एंट्री का अंतिम समय
-10 बजे से 10.15 तक – एडमिट कार्ड की जांच
-10.30 बजे- परीक्षा शुरू
मार्क्स का वेटेज अभी तय नहीं
बोर्ड ने कहा है की अभी टर्म वन और टू के मार्क्स का वेटेज तय नहीं किया गया है। क्वेश्चन पेपर की समीक्षा के बाद ही तय किया जायेगा। टर्म टू की परीक्षा में हर केंद्रधिक्षक को अपनी टीम के साथ प्रश्नपत्र का रिव्यू लेना है। बता दे की पीछले टर्म की परीक्षा में कई विषयों के कुछ सवालों पर बवाल हुआ था। उसके बाद सीबीएसइ को प्रशन के अंक सभी स्टूडेंट्स को देने पड़े थे।
इसलिए बोर्ड ने इस बार ये निर्णय लिया ह। वहीं, टर्म टू परीक्षा में 10वीं का आंसरबुक होगा लाल रंग का और 12वीं का आंसरबुक नीले रंग को होगा। गणित विषय के लिए हरे रंग का इस्तेमाल 10वीं और 12वीं में किया जायेगा। 10वीं और 12वीं के लिए मेन आंसर बुक बिना ग्राफ के 32 पेज और ग्राफ के साथ 48 पेज के होंगे। अगर एक भी पेज कम होगा तो स्टूडेंट्स को रिपोर्ट करनी है। बोर्ड ने कहा है कि ब्लैंक आंसर बुक को सेंटर सु्प्रिटेंडेंट द्वारा चेक किया जाना है।