Patna, Beforeprint : पटना से सटे पालीगंज से हिंदुओं के धर्म परिवर्तन पर सत्तारूढ़ दल के कुछ नेताओ का रुख चौंकाने वाला है। जब सत्तारूढ़ दल से इस बारे में सवाल किया गया तो इस विषय पर सब की अपनी अपनी ढपली, अपना अपना राग सुनाई दिया। किसी ने भी इसे गलत नहीं ठहराया। ऊपर से एक मंत्री ने इसको लेकर बड़ा बयान दे डाला।
पालीगंज में धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर छुट्टी से वापस लौटे राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इसे नरेंद्र मोदी का चुनावी एजेंडा करार दिया। वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा इस मामले में कन्नी काटते दिखे।

मामले में बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, धर्मांतरण को लेकर माननीय न्यायालय के द्वारा स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि लोभ और भय से धर्मांतरण करना गलत है। यह नियमों के विरुद्ध है। इसको लेकर कई राज्यों में बिल भी लाया है। लेकिन, इसके बाबजूद बिहार में खुलकर यह काम हो रहा है। इस मामले में बिहार सरकार को संज्ञान लेना चाहिए।
इसके आलावा इस मामले में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा दिए गए बयानों को लेकर विजय सिन्हा ने कहा कि, वो बुजुर्ग नेता है, इसके बाबजूद इन्हें बार-बार अपमानित होना पड़ता है। अपना पद को छोड़कर भागना पड़ता है। इस बार बड़ी मुश्किल से कुर्सी पर बैठे हैं, ऐसे में वह कोई स्टेटमेंट नहीं देंगे।
इसी मुद्दे पर बिहार सरकार के मंत्री आलोक मेहता ने यह कह कर सभी को चौका दिया कि, यह कोई अपराध तो नहीं हो रहा, पहले भी ऐसा होता रहा है। यदि कोई कानून हो और इसका उल्लंघन हो रहा हो तो कार्रवाई भी की जाए। यह तो कुछ लोग देश बांटने के लिए मुद्दा बना रहे हैं। यहां कोई उग्रवादी हमला तो नहीं हो गया कि हम लोगों की चुप्पी पर कोई सवाल उठे। यह देश सेकुलर है। इसमें कोई नई बात नहीं है। इस बात को बिना मतलब का तूल दिया जा रहा है। यहां हर किसी को अपने समझ के अनुसार धर्म को अपनाने कि छूट है।