Patna, Desk : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। हमलोगों ने हर घर तक बिजली पहुंचा दी है। हर घर तक नल का जल पहुंचा दिया गया है। हर गांव टोलों में पक्की गली नाली का निर्माण करा दिया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी कई काम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब सभी जगह सोलर लाईट लग जाएगी तो लोगों को रात में अपने घरों में रौशनी के लिए बेवजह बिजली नहीं जलानी पड़ेगी। हमलोगों का मकसद सिर्फ सोलर लाईट लगाना ही नहीं है बल्कि उसकी सतत् निगरानी करते रहना भी है। सोलर लाईट लगने के बाद गांव रौशन हो जाएंगे, यह काफी खुशी की बात होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सभी पंचायतों के वार्डों में सोलर लाईट लगाने की योजना बनाई गई, इसका अध्ययन कराया गया और जहां-जहां लगाना है उन जगहों को निर्धारित कर लिया गया है। प्रति वार्ड में 10 सोलर स्ट्रीट लाईट लगाये जायेंगे। इसके अलावा प्रत्येक पंचायत में सार्वजनिक स्थलों पर 10 अतिरिक्त सोलर स्ट्रीट लाईट लगाए जायेंगे। राज्य की सभी पंचायतों में पंचायत सरकार भवन, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, हेल्थ सेंटर, धार्मिक स्थलों आदि जगहों पर सोलर लाईट लगाये जायेंगे। जहां जिस तरह की आवश्यकता होगी वहां उसे लगाये जाने का निर्णय लिया गया है। ब्रेडा के द्वारा चयनित एजेंसियों के माध्यम से पांच वर्ष तक इसका मेंटेनेंस भी किया जाएगा।
शुरुआती दौर में पांच जिलों इस योजना को प्रयोग के तौर पर चयनित किया गया, वहां पर इसकी हर तरह से टेस्टिंग की गई। सब कुछ ठीक पाया गया उसके बाद सभी जगहों पर इस कार्य की शुरुआत हो गई है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द यह काम पूरा करें। इसके मेंटेनेंस को भी देखते रहना है। आज के इस कार्यक्रम में जिला परिषद् पंचायत समिति, एवं ग्राम पंचायत के सभी प्रतिनिधि जुड़े हुए हैं। जिलाधिकारी भी जुड़े हुए हैं। हमारा सभी से आग्रह है कि एक-एक चीज पर नजर रखें। यह ठीक ढंग से संचालित हो। अगर ठीक ढंग से इसकी देखभाल होगी तो यह सुरक्षित भी रहेगा। सभी पंचायत के जनप्रतिनिधियों से आग्रह करेंगे कि आप बेहतर काम करेंगे तो आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल का जल का काम लगभग पूरा हो गया है। गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्रों में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा इसका काम किया गया है। आप सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वयन का देखभाल करते रहिए ताकि किसी को कोई दिक्कत नहीं हो। वार्ड सदस्य अनुरक्षक की जिम्मेवारी लें और इसे देखते रहें। हर घर पक्की गली नाली का निर्माण करा दिया गया है, उसको भी मेंटेनेंस करते रहना है। सरकार के द्वारा जो भी सुविधाएं दी जा रही हैं उसका ठीक से क्रियान्वयन हो इस पर सभी ध्यान दें। पंचायतों में किए जा रहे एक-एक कार्यों पर पंचायती राज विभाग नजर रखे। अगर कहीं कोई समस्या होती है तो उसके समाधान में सरकार पूरी तरह मदद करेगी। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने पंचायतों में भवन बनवाया जिसका नाम पंचायत सरकार भवन रखा गया है। पंचायत स्तर के इस कार्यालय में सभी प्रकार की सुविधायें होगी जिससे लोगों को काफी सहूलियत होगी। जनप्रतिनिधियों को भी इससे बहुत सुविधा होगी। बची हुई पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण भी कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष अल्प वर्षापात के कारण रोपनी कम हुई है। प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट संबंधित विभाग से मेरे पास आती है। हमने प्रभावित क्षेत्रों का एरियल सर्वे भी किया है। डीजल अनुदान 60 रुपए से बढ़ाकर 75 रुपए तक की गई है। अब तक 4 लाख 29 हजार किसानों को डीजल अनुदान दिया जा चुका है। किसानों को सिंचाई के लिये 18 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जा रही है। 85 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जा रही है। आकस्मिक फसल योजना के तहत 2 लाख 9 हजार किसानों को कम अवधि की फसल लगाने के लिये बीज की उपलब्धता करायी गयी है ताकि कम समय में किसान फसल उपजा सकें। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है।
हमने अधिकारियों से कहा है कि जो भी किसान प्रभावित हुए हैं उनकी मदद करें। हमलोग काम में विश्वास करते हैं लेकिन आज कल प्रचार प्रसार उल्टा पुल्टा हो रहा है। आप सबलोगों से आग्रह है कि इधर उधर के चक्कर में नहीं पड़ें आपस में प्रेम, भाईचारे का माहौल बनाये रखें। सभी लोग एक दूसरे से मिल-जुलकर रहें। जहां जो कमी है उसकी सूचना अधिकारियों को किसी प्रकार की समस्या है उसको अधिकारी दूर करते रहेंगे। हमलोग काम करने वा काम करते रहेंगे। महिलाओं, गरीब-गुरबों तथा सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम कि आगे करते रहेंगे। बिहार का उत्थान हो रहा है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल तो और ज्यादा विकास होता। हमलोग विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते रहेंगे। बिहार ही नही जो अन्य पिछड़े राज्य हैं उनको भी विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह ने हरित गुच्छ पौधा भेंटकर किया। की गई। कार्यक्रम में ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट योजना पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित कार्यक्रम में ब्रेडा के निदेशक महेंद्र कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से रिमोट मॉनीटरिंग सिस्टम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव मिहिर कुमार सिंह, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जल संसाधन सह सूचना एवं जन संपर्क मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, पंचायती राज विभाग के निदेशक रंजीत कुमार सिंह, ब्रेड़ा के निदेशक महेंद्र कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे, जबकि वेब कास्टिंग के माध्यम से त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधिगण, जिलाधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे।
कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। बेगूसराय गोलीबारी मामले पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां के पुलिस अधिकारी एक-एक चीज पर नजर बनाए हुए हैं और सभी पहलुओं की जांच हो रही है। गिरिराज सिंह के बयान पर कहा- वे लोग क्या बोलते हैं उसका कोई मतलब नहीं है। लॉ एंड ऑर्डर को हम देखते रहे हैं। कोई कहां गड़बड़ किया है, सब पता चल जाएगा। यहां के वैसे नेता कुछ-न-कुछ बोलते रहते हैं ताकि दिल्ली वाले उन सब पर ध्यान दें। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी द्वारा दिए गए बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे खिलाफ बोलेंगे तो दिल्ली वाले उन्हें जगह देंगे और उन्हें जगह मिल जाएगी तो इससे अच्छी बात क्या होगी।
ये लोग खाली प्रचार-प्रसार करते रहते हैं। इनलोगों ने कोई काम किया है, लोग परेशान हैं। गोवा में कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सोच लीजिए कौन अलग करता है और जो अलग होता है, वे कैसे अलग होता है। विशेष दर्जे की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग हम निरंतर करते रहे हैं। सदा कैंपेन चलाते रहे हैं। मीटिंग में हमेशा बोलते रहे हैं। अगर केन्द्र में अगली बार सरकार बनाने का मौका मिलेगा तो पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिलेगा। हम सिर्फ बिहार की बात नहीं कर रहे हैं, कुछ अन्य पिछड़े राज्यों की भी बात कर रहे हैं।