DESK : बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर डेंगू की रफ्तार में तेजी देखी जा रही है। नये मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। छठ महापर्व के बीच नए मरीजों के ये आंकड़े स्वास्थ्य विभाग को डराने लगे हैं। राज्य में शनिवार को 316 और मामलों के साथ डेंगू के मामलों की संख्या में मामूली वृद्धि देखी गई। नए मामलों में से 237 अकेले पटना के थे। साथ ही, डेंगू के लक्षणों वाले 23 लोगों को दिन में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया।
जबकि राज्य भर के अस्पतालों में कुल 178 मरीजों का इलाज पहले से चल रहा है। आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले मामलों में गिरावट आई थी। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पांच दिनों की अवधि के दौरान एक दिन में मामले दो बार बढ़े हैं। उदाहरण के लिए, एक दिन पहले शुक्रवार को डेंगू के 285 मामले सामने आए थे। जबकि गुरुवार को राज्य में 252 मामले आए। वहीं बुधवार को 145 मामले दर्ज किए गए थे।
सोमवार के आधिकारिक आंकड़ों में डेंगू के 162 मामले बताए गए। जबकि, मंगलवार को डेंगू के 37 मामले सामने आए। प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग छठ के लिए घर लौट आए हैं। एक साथ रह रहे हैं। एक आदमी को यदि डेंगू मच्छर काट लेता है और यदि वो ग्रसित हो जाता है, तो दूसरा अपने आप उसकी चपेट में आ जाता है। इसी तरह, वायरस वाला एक वेक्टर अगर किसी को काटता है, तो वह उस व्यक्ति को संक्रमित कर देगा और जल्दी से डेंगू फैलाएगा. डॉ. तेजस्वी ने लोगों से खास सावधानी बरतने की अपील की।
उधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा किए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक केस की संख्या बढ़ी है। विभाग के मुताबिक पटना के अलावा, जहां सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। वो जिले इस प्रकार हैं। गया 10 नये मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। जबकि, मधुबनी में 8, वैशाली में 5, बेगूसराय में 5, भोजपुर में 5, नालंदा में 4, रोहतास में 4, सारण में 4, दरभंगा में 3 और जहानाबाद में 3 और अन्य जिलों में एक या दो मामले थे।
इस साल डेंगू की कुल संख्या 9 हजार 103 तक पहुंच गई है। जिसमें 7 आधिकारिक मौतें शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों का सवाल है, तो पटना के विभिन्न अस्पतालों में सबसे ज्यादा 129 लोगों को भर्ती किया गया, इसके बाद भागलपुर में 13, नालंदा में 11 और नवादा में 9 लोगों को भर्ती कराया गया है।