Desk : पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा सदस्य अखिलेश सिंह को कांग्रेस ने बिहार का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। वे डॉ. मदन मोहन झा की जगह लेंगे। कांग्रेस ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए वोटिंग के जरिए चुनाव किया था, लेकिन बिहार कांग्रेस के लिए आलाकमान ने कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष चुना। अखिलेश सिंह भूमिहार जाति से आते हैं।
इसलिए माना जा रहा कि कांग्रेस ने सवर्ण वोट बैंक को साधने के लिए अखिलेश सिंह को बिहार कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। अपनी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी पार्टी बीजेपी से कांग्रेस किस तरह से सोशल इंजीनियरिंग सीख रही है वह आश्चर्य में डालने वाला है।
अखिलेश सिंह के बारे में जो बात सबसे ज्यादा पॉपुलर है वह यह कि वे लालू प्रसाद के बेहद करीबी रहे हैं। नए अध्यक्ष के लिए कांग्रेस राजेश राम, अवधेश कुमार और अखिलेश सिंह का नाम आगे चल रहा था। नीतीश-तेजस्वी सरकार में कांग्रेस ने एक दलित और एक मुसलमान को मंत्री पद दिया है।
मुरारी गौतम और आफाक आलम को नए मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी। अब कांग्रेस ने एक सवर्ण को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है। वे चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष भी हैं। इससे ठीक पहले जो प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा थे वे ब्राह्मण जाति से आते थे।
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद खान ने कुछ माह पहले आलाकमान को पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र में सोशल इंजीनियरिंग की तरफ ध्यान आकृष्ट किया था।1952 से अब तक की स्थिति सामने रखी थी। पत्र में कहा था कि राज्य में 85 फीसदी आबादी अतिपिछड़ा, पिछड़ा और मुसलमान की है। इसका ख्याल टिकट बंटवारे में भी रखना चाहिए था और स्ट्रक्चर में भी जो नहीं है।