DESK : बिहार लोक सेवा आयोग ने पीटी परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब मिलती- जुलती परीक्षाओं के लिए बीपीएससी एक ही पीटी कंबाइंड परीक्षा लेगी। जैसे की बीपीएससी कंबाइंड, सीडीपीओ जैसी मिलती-जुलती सभी परीक्षाओं के लिए एक पीटी होगी। इसके लिए मैरिट लिस्ट अलग-अलग बनेगी और रिजल्ट भी अलग होगा। इससे अभ्यर्थियों को कई पीटी देने से निजात मिलेगी और आयोग को भी राहत होगी। आयोग इसे 69वीं पीटी की परीक्षा से लागू कर देगा। बीपीएससी ने 68वीं पीटी में E ऑप्शन को दो भागों में बांट दिया था। आगे आयोग अभ्यर्थियों का रुझान इसको लेकर देखेगा। यह मांग लगातार होती रही है कि E ऑप्शन को हटाया जाए।
आयोग छात्र-छात्राओं से E ऑप्शन को लेकर उनकी राय पूछेगा और उसके बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा कि इस ऑप्शन को हटाया जाएगा, नहीं हटाया जाएगा या फिर क्या किया जाएगा। आयोग का निर्णय छात्र-छात्राओं के फीड बैक के आधार पर आधारित होगा। आयोग आने वाले समय में अभ्यर्थियों से ऑप्शन पूछेगा कि आपको सेंटर कहां चाहिए। यह कोशिश की जाएगी कि उसी अनुरुप सेंटर दिए जाएं। छात्राओं और दिव्यांगों का सेंटर पहले की तरह होम सेंटर रहेगा।
छात्रों का सेंटर अभी काफी दूर-दूर दिया जाता है इससे काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। अब इस दिक्कत को आयोग दूर करेगा। बीपीएससी अब पीटी परीक्षा के बाद फाइनल आंसर को तीन दिनों तक पब्लिक डेमोन में रखा जाएगा। इसके बाद इसको लेकर मीटिंग की जाएगी और आंसर की तैयार किया जाएगा। इसे 68 वीं पीटी से ही लागू किया जाएगा।
68 वीं मेंस की परीक्षा 12 मई को होनी है। इसमें जीएस के पेपर को रिअरेंज किया जा रहा है। पैटर्न बदलेगा। निबंध का पेपर जीएस का एक्सटेंशन नहीं है यह समझ लेना चाहिए। निबंध की परीक्षा में जीएस का टेस्ट नहीं बल्कि राइटिंग और एनालैटिकल एबिलिटी का स्किल देखा जाएगा। यूपीएससी पैटर्न पर निबंध का दो पेपर होगा। तीसरा पेपर बिहार बेस्ड होगा। इसमें 100-100 अंक के तीन सेक्शन होंगे। हर सेक्शन से 4-4 सवाल होंगे। इसमें विश्लेषण और लेखनी क्षमता की जांच होगी। आयोग के चेयरमैन कहते हैं कि इसलिए इसके लिए ज्यादा पढ़ने की जरूरत नहीं है बल्कि ठीक से कैसे मौलिकतापूर्ण तरीके से लिखे यह ज्यादा जरूरी है।
इसमें अब जो तीसरा सेक्शन होगा वह बिहार राज्य से जुड़ा होगा। यानी बिहार से जुड़े सवाल होंगे। जैसे कि यह पूछा जा सकता है कि लिट्टी-चोखा के बारे में बताएं…। जैसे कि बिहारी कहावत के बारे में यानी यह पूछा जा सकता है कि भोज घड़ी कोहड़ा से आप क्या समझते हैं? बिहार की लोक संस्कृति, उसकी कहावतें, उसके व्यंजन आदि से जुड़े सवाल हो सकते हैं। इससे बिहारी छात्रों को खास फायदा होगा। हालांकि यह क्वालिफाईँग है और इसमें निगेटिव मार्किंग इसमें नहीं है।