स्टेट डेस्क/पटना : बीआर आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन ने हिंदी विषय के 32 अतिथि शिक्षकों को सेवा से हटा दिया है। विश्वविद्यालय के इस तुगलकी फरमान से उन शिक्षकों का भविष्य अधर में लटकता दिख रहा है जिन्होंने इस उम्मीद में अतिथि शिक्षक के तौर पर काम करना कबूल किया था कि आज न कल उनकी सेवा नियमित हो जायेगी। विश्वविद्यालय के इस फैसले पर अतिथि शिक्षकों ने रोष जताया है। शिक्षकों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। कहा कि बिना सीटों की समीक्षा किये अतिथि प्राध्यापकों को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदर्शन के बाद पुनर्बहाली के लिए कुलपति को सौंपा भी ज्ञापन
अतिथि प्राध्यापकों ने कहा कि पुनर्बहाली नहीं होने की स्थिति में आमरण अनशन, भूख हड़ताल और विश्वविद्यालय का चक्का जाम किया जाएगा। बिहार राज्य विश्वविद्यालय अतिथि सहायक प्राध्यापक संघ, पटना ने समर्थन देते हुए कहा कि अचानक से बिना सीटों की समीक्षा किए अतिथि प्राध्यापकों को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण है।इससे पूरे राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के अतिथि प्राध्यापकों में रोष व्याप्त हो गया है। राज्य स्तरीय प्रतिनिधि मंडल कुलपति से समय लेकर इस बिंदु पर वार्ता करेगा। मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में 11 विश्वविद्यालय के अतिथि प्राध्यापक बिहार विश्वविद्यालय का चक्का जाम करेंगे।
अतिथि प्राध्यापक संघ के डॉ ललित किशोर, डॉ राघव कुमार, डॉ बिरजू कुमार सिंह, डॉ अफरोज, डॉ गुंजन ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सीटों की समीक्षा कर विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द अतिथि प्राध्यापकों को पुनः पदस्थापित करें अन्यथा संघ चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए विवश होगा। दर्जनों महिला अतिथि प्राध्यापकों ने बताया कि वे मानसिक तनाव से गुजर रही हैं। उनके साथ कुछ भी अनहोनी हो सकता है।
वहीं विधान पार्षद प्रो संजय कुमार सिंह ने कुलपति से टेलिफोनिक वार्ता कर अतिथि प्राध्यापकों के हटाए जाने पर आपत्ति दर्ज की। उन्होंने बताया कि इस मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा। कुलपति ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सीटों की समीक्षा कर निदान निकाला जाएगा।
मौके पर डॉ संगीता कुमारी, डॉ अनुपम, डॉ सोनी, डॉ रश्मि, डॉ गीतांजलि, डॉ पल्लवी, डॉ जागृति, डॉ गायत्री, डॉ पूनम, डॉ दिव्या, डॉ इंदिरा, डॉ कस्तूरी शिवम सौंदर्यम, डॉ जयपाल, डॉ संतोष सारंग, डॉ समदर्शी, डॉ महेश कुमार, डॉ अभिनव, डॉ शानू, हैदर, डॉ शिवनंदन प्रसाद, डॉ अविनाश, डॉक्टर अजय कांत गिरी, डॉ संतोष लाल, डॉ वरुण कुमार ठाकुर, डॉ पुष्पेंद्र, विकास कुमार, डॉ गणेश चंद्र शाह, निशा कुमारी एवं हैदर मौजूद थे।