पटना जंक्शन पर अव्यवस्था, सैकड़ों यात्री ट्रेन में चढ़ने से वंचित

पटना

पटना, अशोक “अश्क” प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के आयोजन के बीच पटना जंक्शन पर यात्रियों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। हजारों श्रद्धालु और पर्यटक महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जाने की तैयारी में थे, लेकिन पटना जंक्शन पर संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में बोगियों के दरवाजे अंदर से बंद मिलने के कारण कई यात्री ट्रेन में चढ़ने से वंचित रह गए।

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यह घटना तब हुई जब पटना से दिल्ली जाने वाली 12393 संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस 7:30 बजे स्टेशन पर पहुंची। कुछ यात्रियों ने बोगियों पर कब्जा कर लिया और दरवाजे अंदर से बंद कर दिए। टिकट लेकर ट्रेन में चढ़ने आए यात्री दरवाजे पीटते रहे, लेकिन अंदर बैठे लोगों ने दरवाजे नहीं खोले। इस स्थिति के कारण आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को भी ट्रेन में चढ़ने का मौका नहीं मिला।

वहीं, प्लेटफॉर्म पर कोई सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। यात्रियों ने स्टेशन मास्टर से शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन उनके कार्यालय का दरवाजा भी बंद पाया गया। इस कुव्यवस्था से यात्रियों में भारी गुस्सा देखा गया। पूर्व-मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि महाकुंभ के कारण यात्रियों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है।

भीड़ इतनी बढ़ गई है कि कई ट्रेनें ओवरलोड हो गईं और बड़ी संख्या में यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पटना जंक्शन पर कुल 45 आरक्षित टिकट वाले यात्रियों की ट्रेन छूट गई, जबकि बड़ी संख्या में अनारक्षित टिकट वाले यात्री भी परेशान हुए। रेलवे ने स्थिति को संभालने के लिए दो स्पेशल ट्रेनें चलाईं।

पहली स्पेशल ट्रेन रात 10:00 बजे और दूसरी 10:30 बजे प्रयागराज के लिए रवाना की गई। वहीं, दिल्ली जाने वाले यात्रियों को उनके टिकट का पैसा लौटा दिया गया। पटना जंक्शन पर यात्रियों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों के यात्रा करने की संभावना के बावजूद पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।

स्टेशन पर सुरक्षाकर्मियों की अनुपस्थिति और स्टेशन मास्टर से संपर्क न हो पाने की स्थिति ने यात्रियों को निराश किया। महाकुंभ के कारण प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। रेलवे प्रशासन ने इसे भीड़भाड़ का मुख्य कारण बताया और भविष्य में इस तरह की अव्यवस्था को रोकने के लिए अतिरिक्त इंतजाम करने का आश्वासन दिया।

महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों के दौरान रेलवे के लिए यात्री प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आता है। पटना जंक्शन की घटना ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के प्रति रेलवे प्रशासन की तैयारी पर सवाल खड़े करते हैं। यात्रियों की उम्मीद है कि प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेते हुए जल्द ही व्यवस्था सुधारने के ठोस कदम उठाएगा।