-हमने सभी धर्मों का सदैव ख्याल रखा है और सभी धर्म के लोगों के लिये काम किया है- मुख्यमंत्री
-रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नाम बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ के नाम पर करने हेतु भारत सरकार को जल्द भेजा जायेगा प्रस्ताव मुख्यमंत्री
पटना,बीपी प्रतिनिधि। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 8 करोड़ 74 लाख 75 हजार 500 रुपये की लागत से बक्सर जिलान्तर्गत ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्य का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया। 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस शिलान्यास कार्यक्रम में प्रधान सचिव पर्यटन श्री संतोष कुमार मल्ल ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के समक्ष बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर पर आधारित लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी। बाबा ब्रहमेश्वर नाथ मंदिर, ब्रह्मपुर मे आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध कराये जाने के दृष्टिकोण से पर्यटन विभाग द्वारा 874.75 लाख रूपये की लागत से मंदिर परिसर के पास 5 एकड़ में अवस्थित प्राचीन तालाब का जीर्णोद्धार, मंदिर परिसर की घेराबंदी, मंदिर में श्रद्धालुओं के सुगमतापूर्वक दर्शन हेतु कतार प्रबंधन, मंदिर प्रांगण में अवस्थित सार्वजनिक शौचालय का जीर्णोद्धार, पुराने जीर्ण-शीर्ण एवं अनुपयोगी संरचनाओं को हटाए जाने का कार्य, भव्य स्वागत द्वार का निर्माण, आंतरिक एवं वाह्य विद्युतीकरण आदि का कार्य किया जाएगा। एक साल के अंदर यह कार्य पूर्ण करना है।
आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले इस शिलान्यास कार्यक्रम में उपस्थित आप सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं। इस कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर परिसर में 5 एकड़ का प्राचीन तालाब है जिसका जीर्णोद्धार किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शौचालय निर्माण, चेंजिंग रूम, स्वागत द्वार आदि का भी निर्माण कराया जाएगा ताकि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि बाबा ब्रहमेश्वर नाथ मंदिर भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा के द्वारा ही इस मंदिर की स्थापना करायी गयी है जिसके कारण इस मंदिर का नाम ब्रहमेश्वर नाथ मंदिर पड़ा है।
बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का बड़ा महत्व है। शादी-विवाह करने के लिए लोग बड़ी संख्या में यहां आते हैं। बक्सर के रामरेखा घाट से गंगाजल लेकर भक्त यहां जलाभिषेक करने के लिए सावन के महीने में बड़ी संख्या में पहुँचते हैं। वर्षों पहले मुझे भी वहां जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। हमारे पुराने मित्र भाई सरयू राय जी बक्सर जिले के ही रहने वाले हैं। हमलोगों का संबंध वर्ष 1974 से ही है। एक बार उन्होंने ही इस बात की चर्चा की थी कि बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर पर काम होना चाहिए। श्री सरयू राय जी ने सोन नदी के उत्थान के लिए भी काफी काम किया है। अभी दो दिन पहले 19 तारीख को श्री सरयू राय जी, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी समापति अवधेश नारायण सिंह जी के साथ झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ० एस०एन० पाठक जी हमसे मिलने आये थे। इनलोगों ने काम शुरू होने पर काफी प्रसन्नता व्यक्त की है। डॉ० पाठक बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के पास के ही रहने वाले हैं। इस संबंध में हमने विभागीय अधिकारियों से रायशुमारी की, फिर कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गयी। इसमें थोड़ा वक्त लगा और आज शिलान्यास भी हो गया है। विभाग ने दावा किया है कि एक साल के अंदर इस काम को पूर्ण कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरयू राय, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह एवं झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ० एस०एन० पाठक से मुलाकात के क्रम में इस बात पर भी चर्चा हुई कि बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के नजदीक स्थित रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ रेलवे स्टेशन किया जाए। इसके लिए राज्य सरकार सभी प्रक्रियाओं को पूरा कर प्रस्ताव भारत सरकार को भेजेगी। इस संबंध में हम केन्द्रीय मंत्री से भी बात करेंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नामकरण बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ के नाम पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में ही बिहार मंदिर चहारदीवारी निर्माण योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिर जो धार्मिक न्यास परिषद से जुड़े हुये हैं, उनकी चहारदीवारी के निर्माण का काम हमलोगों ने शुरु किया है। अब तक लगभग 295 मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इस काम के पूरा होने के बाद चहारदीवारी हेतु उन सभी मंदिरों का सर्वेक्षण कराया जाएगा जहां श्रद्धालु पूजा करने पहुँचते हैं। मंदिरों की घेराबंदी होने से श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी। साथ ही मंदिर की जमीन अतिक्रमणमुक्त रहेगी और मंदिर परिसर से किसी वस्तु के चोरी होने का भय भी नही रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना-2 के अंतर्गत परंपरागत शवदाह गृह को मोक्षधाम के रूप में विकसित करने का भी निर्णय लिया गया है। इसके लिए 43 स्थलों को चयनित करने का काम शुरू किया गया है ताकि अंतिम संस्कार में लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि सावन के महीने में सुल्तानगंज से जल लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा धाम जलाभिषेक करने पहुँचते हैं। हम पहले वहां जाते रहते थे। वर्ष 2005 में सरकार में आने से पहले हम सभी जगहों का दौरा कर रहे थे। उस समय सावन का ही महीना था। हमने देखा कि जिस रास्ते से लोग पैदल कांवर लेकर जा रहे हैं, वह काफी कठिन रास्ता है। हमलोगों ने सरकार में आने के बाद वर्ष 2008 में उस 80 कि०मी० कठिन रास्ते को सुगम बनाने का काम किया। अब शिवभक्तों को पैदल चलने में काफी सहूलियत होती है। हमलोगों ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा, स्वास्थ्य, शुद्ध पेयजल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई। उस समय इसका दायित्व श्री आर०के० सिंह जी को दिया गया था जो अभी केंद्र में मंत्री हैं। सुल्तानगंज में काफी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश, असम, सिक्किम, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, झारखंड सहित कई राज्यों से आते ही हैं, नेपाल से भी आकर लोग यहां से जल भरकर पैदल बाबाधाम मंदिर पहुँचते हैं और बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पितृपक्ष के दौरान प्रतिवर्ष विष्णुपद मंदिर के पास स्थित फल्गु नदी में बड़ी संख्या में लोग आते हैं। वहां पानी की काफी किल्लत रहती थी जिसे ध्यान में रखते हुए जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु रबर डैम का निर्माण कराया जा रहा है। सीता कुंड से विष्णुपद मंदिर जाने के लिए फल्गु नदी के ऊपर फूट ओवरब्रिज का निर्माण भी कराया जा रहा है ताकि लोगों को सहूलियत हो। हमने सदैव सभी धर्मों का ख्याल रखा है। बौद्ध धर्म हो, जैन धर्म हो, सिक्ख धर्म हो, इस्लाम धर्म हो, हमने सभी धर्मों के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि खानकाह मुजीबिया, खानकाह मुनिमिया, मित्तन घाट, मनेर शरीफ आदि के जीर्णोद्धार एवं विकास कार्यों के अलावा बौद्ध महोत्सव, गुरु गोविंद सिंह प्रकाशोत्सव, कुंडलपुर महोत्सव, वैशाली महोत्सव जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे काफी खुशी हो रही है। इसके लिए सरयू राय अवधेश नारायण सिंह, न्यायाधीश एस०एन० पाठक सबसे ज्यादा बधाई के पात्र हैं। इस कार्यक्रम में शामिल सभी लोग बधाई के पात्र हैं जिनके कारण यह काम शुरु हुआ है। बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में बड़ी संख्या में लोग आते हैं, सभी को सहुलियत हो, इसको ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। आज के इस विशिष्ट कार्यक्रम के लिए मैं पर्यटन विभाग के मंत्री एवं अधिकारियों को विशेष तौर पर बधाई देता हूँ। बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर के विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य पूर्ण हो जाने पर सभी को प्रसन्नता एवं सहूलियत होगी। इस कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों का मैं पुनः अभिनंदन करता हूँ।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद एवं पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रबंध निदेशक बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड कंवल तनुज ने किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री सह बक्सर जिले के प्रभारी मंत्री मंगल पाण्डेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी प्रधान सचिव पर्यटन विभाग संतोष कुमार मल्ल एवं मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे।कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह. न्यायाधीश झारखंड उच्च न्यायालय डॉ० एस०एन० पाठक, जमशेदपुर विधायक सरयू राय, विधायक शंभूनाथ यादव, विधान पार्षद राधा चरण साह, पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, जिलाधिकारी बक्सर अमन समीर पुलिस अधीक्षक बक्सर नीरज कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, शिवभक्त एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।