पटना, बीपी डेस्क। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज बिहारशरीफ में बिहारशरीफ स्थित बड़ी दरगाह में हजरत मखदूम शेख शरफुद्दीन अहमद यहिया मनेरी के 660वें उर्स के मौके पर उनके आस्ताने पर चादरपोशी की। चादरपोशी कर मुख्यमंत्री ने राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बड़ी दरगाह स्थित नवनिर्मित अतिथिगृह का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इससे पहले मुख्यमंत्री का स्वागत मखदूम-ए-जहां के गद्दीनशीं सैय्यद शाह सैफउद्दीन अहमद फिरदौसी ने साफा बांधकर किया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने खानकाह मुअज्जम स्थित नवनिर्मित मुसाफिरखाना का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मखदूम-ए-जहां के दूसरे सज्जादानशीं हजरत मखदूम हुसैन बल्खी के प्रवचनों के संग्रह गंजे ला यखफा के उर्दू अनुवाद पुस्तिका का मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने विमोचन किया ।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान, मखदूम-ए-जहां के गद्दीनशीं सैय्यद शाह सैफउद्दीन अहमद फिरदौसी, पटनासिटी स्थित मित्तनघाट खानकाह के गद्दीनशीं हजरत शमीमउद्दीन मुनअमी, सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद इर्शादुल्लाह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश राठी, नालंदा के जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर, पुलिस अधीक्षक श्री अशोक मिश्रा एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
चादरपोशी के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के खास मौके पर हम पहले भी आते रहे हैं लेकिन बीच में कोरोना का दौर था, इसके चलते आ नहीं पा रहे थे। आज फिर आने का मौका मिला है, मुझे इसके लिए बड़ी खुशी है। यही चाहते हैं कि समाज में सबलोग प्रेम और भाईचारे के साथ रहें। एक-दूसरे की इज्जत करें, मिलकर चलें, आगे बढ़ें, यही हमलोगों की प्रार्थना है।