मुख्यमंत्री ने ए०एन० कॉलेज परिसर में स्व० सत्येंद्र नारायण सिन्हा की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण, अन्य विकास योजनाओं का किया लोकार्पण

पटना

DESK :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज अनुग्रह नारायण महाविद्यालय परिसर में स्व० सत्येंद्र नारायण सिन्हा की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया तथा पुष्प अर्पित कर स्व० सत्येंद्र नारायण सिन्हा जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से सत्येंद्र नारायण सिन्हा सभागार, महाविद्यालय के परीक्षा भवन के प्रथम तल, गार्गी भवन, महाविद्यालय की चाहरदीवारी, स्वामी विवेकानंद ई-लर्निंग सेंटर एवं ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में ए०एन० कॉलेज के प्राचार्य श्री एस०पी० शाही ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को एन०सी०सी० के कैडेटों ने सलामी दी। इस अवसर पर भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, विधान पार्षद श्री संजय सिंह, पूर्व राज्यपाल श्री निखिल कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० आर०के० सिंह, ए०एन० कॉलेज के प्राचार्य श्री एस०पी० शाही, राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव श्री अरविंद कुमार सिंह, शिक्षकगण, गणमान्य लोग एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।

कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा इस जगह से पुराना लगाव है। जब हम सांसद थे तो यहीं बगल में रहते थे और यहाँ पर सवेरे टहलने आते थे । यहाँ पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते थे। जब सरकार में आये तो भी यहाँ पर आयोजित होनेवाले हर कार्यक्रम में भाग लेते थे। उसी सिलसिले में यहाँ पर लोगों ने अपनी मांग रखी थी। यहां पांच नये भवन बन गए हैं, कुछ निर्माणाधीन हैं। तीन बार जब हम लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे तो काउंटिंग यहीं होती थी इसलिए यहाँ से मेरा काफी लगाव है। यहाँ पर ऑडिटोरियम बन गया है अब लोगों को मीटिंग करने में काफी सहूलियत होगी।

 केन्द्रीय बजट पेश होनेवाला है और आप लगातार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं, केन्द्रीय बजट से क्या उम्मीद है, इससे संबंधित पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शुरू से ही यह माँग कर रहे हैं लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। हमलोग तो अपने स्तर से प्रयास कर ही रहे हैं। केंद्र सरकार को देखना चाहिए कि हर राज्य का और देश का विकास हो। बिहार का विकास करना चाहते हैं तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। हमलोग विकास का और ज्यादा काम करवाना चाहते हैं विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पा रहा है तो विकास कार्यों के लिए हमलोग कर्ज लेना चाहते हैं, उस पर भी रोक लगाये हुए हैं। इसका मतलब है कि जो गरीब राज्य है वह कर्ज भी नहीं ले सकता है, फिर आगे वह कैसे बढ़ेगा। ये लोग कौन काम कर रहे हैं। इसके पहले केंद्र सरकार आज तक इतना इंटरफेरेंस नहीं करती थी। हमलोग बिहार के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। केंद्रीय बजट से क्या मिलेगा वो तो समय आने पर पता चलेगा। हमलोगों के पास जो भी संसाधन है उसके आधार पर जो भी संभव होता है वो कर रहे हैं। 

भाजपा से अलग होने के बाद समस्या उत्पन्न होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे क्या दिक्कत करेंगे वे तो अपने लिए कर रहे हैं। उनको गरीब राज्यों को मदद नहीं करना है तो नहीं कर रहे हैं। साथ में थे तब भी नहीं कर रहे थे। वे अपना प्रचार करते रहेंगे लेकिन इससे कुछ फायदा होनेवाला नहीं है। हम तो लोगों के बीच जा रहे हैं। हम जहां जाते हैं वहां लोगों से मिल रहे हैं। सब लोग खुश दिखाई दे रहे हैं। गरीब-गुरबा के लिए काफी काम हुआ है। जीविका दीदियां भी अच्छा काम कर रही हैं। हम सबके विकास के लिए काम कर रहे हैं और जहां जरूरत है वहां काम किया जाएगा। मैं केवल गांव और शहर की बात नहीं कर रहा हूं। ए0एन0 कॉलेज बहुत पुराना और नामी जगह है अब यह और अच्छा बन गया है। छात्र-छात्राएं और बेहतर ढंग से पढ़ाई करेंगी तो उन्हें अच्छा लगेगा। मैं सभी लोगों को बधाई देता हूं, आगे बढ़ें और जीवन में खूब अच्छा करें।

पत्रकारों के प्रश्न आपने रेल बजट को भी अलग पेश करने के लिए कहा है इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो ऐसा चाहते ही है। आपलोग पहले का रेल बजट देख लीजिए, आपको सब पता चल जाएगा। जब रेल बजट होता था तो मेन बजट से भी ज्यादा देर इस पर बहस होती थी। लोकसभा के सदस्य, राज्यसभा के सदस्य सभी लोग एक-एक चीज पर बहस करते थे। कितना ज्यादा लगाव लोगों को था। श्रद्धेय अटल जी की सरकार में मुझे काम करने का मौका मिला तो उनके सहयोग से काफी काम हुआ। जब भी कोई मीटिंग हुई है या राज्यों के साथ बैठक बुलाई गई है तो हमलोगों ने अपनी बात कह दी है। पि राज्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास होना चाहिए।

आपकी पार्टी के कुछ लोग भाजपा के संपर्क में हैं, इस प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने वैसे लोगों को कहिए कि खूब खुशी मनाएं। वो लोग ऐसे ही फालूत का प्रचार करते हैं की तुलना में पार्टी का मेंबरशिप बढ़ा है। बिहार में पहले 45 लाख सदस्य थे, इस बा लाख हो गया है। जो खुद उनलोगों के संपर्क में रहना चाहते हैं वही ये सब बोलते रहते हैं। जिसको जितना बोलना हो बोलते रहें।