Khagaul, Ajit : खगौल के कुष्ठ आश्रम में महिला एवं बाल सुरक्षा पैनल की सदस्य श्रीमती मनोज, श्रीमती संगीता सिन्हा एवं श्रीमती मंजू गुप्ता की अध्यक्षता में कम उम्र में होनेवाली शादियों के खिलाफ एक जागरूकता अभियान चलाया गया। इसका उद्देश्य कम उम्र में होने वाली शादी के दुष्परिणामों के बारे में बताना था।इस अवसर पर श्रीमती संगीता सिन्हा ने बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र में होनेवाली शादी से लड़की के शरीर के साथ-साथ मानसिक विकास भी रुक जाता है।
ऐसी लड़कियों का आत्मविश्वास भी गिर जाता है। ऐसी लड़कियां घरेलू काम को करने में समय नहीं देती है,जिसकी वजह से उनका उत्पीड़न शुरू हो जाता है।ऐसी परिस्थिति में कुछ लड़कियां या तो मायके वापस आ जाती है या फिर कुछ आत्महत्या कर लेती है। कम उम्र में अगर उनका गर्भधारण होता है तो ज्यादातर मामलों में बच्चा और मां दोनों की मृत्यु भी हो जाती है।
यह जागरूकता अभियान पटना के कई थाना क्षेत्रों में चलाया जा रहा है। पैनल की सदस्य सरकारी विद्यालयों में किसी छात्रा की लगातार तीन दिन से ज्यादा की अनुपस्थिति, कम पैसे में मंदिरों में शादी कराने वाले धार्मिक गुरु, शादियों में खाना बनाने वाले हलवाई आदि से कम उम्र में होनेवाली शादियों का पता लगाती हैं और ऐसी शादियों को रोकने की कार्रवाई करती है।
सिद्धनाथ, मनोज वर्मा, अंजलि, राजनंदिनी, मनोरमा, प्रमिला, श्रुति,ममता,मंजू गुप्ता आदि ने इस कार्यक्रम के आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई। कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय के साथ, समुदाय के लिए, समुदाय को जागरूक करने एवं महिला एवं बाल उत्पीड़न की रोकथाम करना है।