पटना, बीपी डेस्क। वाणिज्य कर विभाग, बिहार की आयुक्त सह सचिव के निर्देश पर दिनांक 10.06.2022 को पटना सिटी स्थित पान मसाला, तम्बाकू इत्यादि प्रक्षेत्र में रिटेल तथा थोक में व्यापार कर रहे एक प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया गया।
विभाग द्वारा डेटा एनालिटिक्स से यह उजागर हुआ कि इस प्रतिष्ठान द्वारा व्यवसाय में value addition नहीं दिखाया जा रहा है तथा कुल टैक्स का भुगतान आई०टी०सी० के माध्यम से किया जा रहा है। साथ ही मार्केट इंटेलिजेंस के मुताबिक यह प्रतिष्ठान कच्चे में बिक्री करने हेतु प्रकाश में आया।
निरीक्षण के क्रम में करोड़ों रुपयों की बिक्री कच्चे में पाई गई। इस फर्म द्वारा बिना कोई इनवॉइस जारी किए हुए रु० 3 करोड़ से ज्यादा का माल बेचा गया है। मुख्य व्यवसाय स्थल पर पाए गए कंप्यूटर से कुछ बेनाम लेजर पाए गए जो parallel accounting system की संपुष्टि करते हैं।
इस व्यवसायी द्वारा बिहार के सीमावर्ती राज्यों को बसों के माध्यम से कच्चे में माल को प्रेषित किया जा रहा है। जांच के क्रम में एक गोदाम भी पाया गया जो निबंधन में कहीं दर्ज नहीं था। इस गोदाम में पड़े माल को करदाता की अभिरक्षा में सौंपते हुए सीज़ कर दिया गया है।
करदाता द्वारा अपनी भूल स्वीकारते हुए voluntarily रु०75 लाख जी०एस०टी० के रूप में जमा करने हेतु आवेदन दिया गया है । शेष राशि सुनवाई के क्रम में अथवा आदेश पारित होने के उपरांत जमा की जाएगी।
आयुक्त सह सचिव द्वारा बताया गया कि इस प्रकार का अभियान भविष्य में भी कम कर का भुगतान तथा कर चोरी करने वाले टैक्सपेयर को क्षेत्रवार तथा बाजार चिन्हित किया जायेगा तथा कर एवं पेनाल्टी वसूलते हुए सख्त कार्रवाई की जायेगी।