13 सितंबर को होगी कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक, आगामी चुनाव की रणनीति पर होगी चर्चा

पटना

डेस्क : 13 सितंबर को कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक दिल्ली में होगी। इस कोऑर्डिनेशन कमेटी में आगामी चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी। इसमें शीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत की जाएगी। 14 सदस्यीय कमेटी की यह काफी अहम बैठक होगी।

इस बात की जानकारी राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने झारखंड में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव वर्तमान में झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना करना पहुंचे हैं जहां आज पहले सुबह लालू ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ मंदिर जाकर मत्था टेक उसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए लालू यादव ने कहा कि आगामी 13 सितंबर को विपक्षी गठबंधन यानी I.N.D.I.A कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक होगी।

इसमें शीट शेयरिंग समेत तमाम जरूरी चीजों पर बातचीत की जाएगी। उसके बाद फिर आगे की रणनीति बनेगी। आईएनडीआईए का दूल्हा कौन होगा, इस सवाल पर राजस्व सुप्रीमो ने कहा कि 28 दलों को मिलाकर यह संगठन बना है, इसी में से कोई एक दूल्हा होगा। लालू यादव ने कहा कि – अभी और भी देवी देवताओं का दर्शन बाकी है सब का दर्शन करेंगे उसके बाद युद्ध के मैदान में लड़ेंगे।

इंडिया जो संगठन बनाया है हमने 28 पार्टी के नेताओं के साथ मिलकर उसके काम को अब शुरू कर दिया जाएगा। अब उम्मीदवार बनाने का काम चयन करने का काम शुरू किया जाएगा। जो कमेटी बनी है उसकी बैठक दिल्ली में है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत और भी जो भी नेता हैं वो जा रहे हैं वहां 12 13 और 14 सितंबर को बैठक होगी। उसके बाद बिहार के अलग – अलग इलाके में भ्रमण करेंगे यात्रा निकालेंगे।

उधर, G21सम्मेलन को लेकर लालू यादव ने कहा कि -इतना खर्चा कर दिया यह लोग। देश की संपत्ति को बर्बाद कर दिया। इससे देश की आम जनता को क्या फायदा होगा। ढोंग करते हो और उछलते रहो। लेकिन, इस बार इससे कुछ नहीं होने वाला है। इस बार इनका सफाया तय है इसको कोई भी रोकने वाला नहीं है।

ये लोग कितना भी कुछ कर लें विपक्षी गठबंधन को कोई नहीं हरा सकता है। देश की हालत ठीक नहीं है, गरीबी बढ़ रही है, महंगाई भी बेहिसाब बढा है और चुनाव नजदीक आते ही नरेंद्र मोदी ने फिर से देश की गरीब जनता को छलने का काम किया है। इनका जाना तय है। उपचुनाव में एनडीए की बुरी तरह से पराजय हुई है, बिहार, बंगाल, झारखंड, सभी जगह, चारों तरफ हार हुई है।

देश के बेरोजगारों को, गरीबों को, बाबा साहेब के विचारों को, भारत के संविधान को और प्रजातंत्र को आंच नहीं आने देंगे। नरेंद्र मोदी संविधान को नष्ट करना चाहते हैं, बाबा साहेब के नाम को मिटाना चाहते हैं. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए बाबा दरबार में ताकत देने की कामना की है। रसोई गैस का दाम कम करना चुनावी हथकंडा, यह देश की संपत्ति है इसका शेयर मोदी क्यों ले रहे हैं।