प्राप्त जानकारी के अनुसार शराब के मामले में पुलिस ने राजू चौधरी को किया था गिरफ्तार
कुछ दिन पहले नालंदा के हरनौत में भी दलित युवक रौशन पासवान की कर दी गई थी हत्या
स्टेट डेस्क/पटना: भाकपा-माले ने महागठबंधन सरकार में दलितों पर लगातार बढ़ रहे हमले पर गहरी चिंता व्यक्त की है. सबसे ताजा मामला गया जिला के बाराचट्टी के सरवां गांव के 30 वर्षीय दलित युवक राजू चौधरी की हत्या का सामने आया है.
भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने राजू चौधरी को शराब बिक्री मामले में गिरफ्तार किया था, लेकिन वह उन्हें लगातार लाठी-डंडे से पीटती रही, जिसके कारण उनकी मौत हो गई. यह कोई पहली घटना नहीं है जब शराब के नाम पर गिरफ्तार किए गये लोगों की हत्या हुई हो. महागठबंधन सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए.
हमने सरकार से बारबार कहा है कि शराबबंदी कानून के तहत पुलिस को जो असीमित अधिकार मिले हुए हैं, वह दरअसल दलितों-गरीबों के दमन का लाइसेंस बन गया है. सरकार इन असीमित अधिकारों पर रोक लगाए. भाकपा-माले राजू चौधरी की हत्या के जिम्मेवार पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करती है.
भाकपा-माले के गया जिला सचिव निरंजन कुमार ने जानकारी दी है कि कल 22 अगस्त को एक जांच टीम मृतक राजू चौधरी के गांव सरवां का दौरा करेगी और मामले के सभी पहलुओं की जांच करेगी.
हाल के दिनों में हत्या-अपराध की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है. अररिया में एक पत्रकार की हत्या कर दी गई. विगत 12 अगस्त को नालंदा जिले के हरनौत में वार्ड पार्षद रौशन पासवान की भी हत्या का मामला प्रकाश में आया है. इससे पहले मुजफ्फरपुर के देवरिया थाने में मुस्लिम युवक की पुलिस हिरासत में निर्मम पिटाई से मौत हो गयी। बिहार सरकार को इन मामलों को पहली प्राथमिकता बनाते हुए गंभीरता से लेना चाहिए