डेस्क/ विक्रांत। महाकुंभ के दौरान यात्री संख्या में होने वाली वृद्धि के मद्देनजर दानापुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया बनाये गए थे। ये होल्डिंग एरिया प्लेटफॉर्म के बाहर स्थित था, जहाँ पर यात्रियों के प्रवाह को नियंत्रित किया गया तथा प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ होने से रोका गया । होल्डिंग एरिया में उपस्थित यात्रियों को उनकी ट्रेनों के निर्धारित प्रस्थान समय के आधार पर प्लेटफॉर्म में प्रवेश करने की अनुमति दी जाती रही।

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इस पहल का उद्देश्य भीड़ प्रबंधन में सुधार करना और यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाना था, खासकर व्यस्त समय में।वहीं सोलह फरवरी से छब्बीस फरवरी तक दानापुर मंडल के राजेंद्रनगर टर्मिनल पर दो होल्डिंग एरिया बनाए गये थे जो कि 2700 वर्ग फीट एवं 800 वर्ग फीट, पटना जंक्शन पर दो होल्डिंग एरिया 2700 वर्ग फीट और 2700 वर्ग फीट , दानापुर में दो जगह होल्डिंग एरिया 2700 वर्ग फीट और 2120 वर्ग फीट।
इसके अलावा आरा में 3375 वर्ग फीट, बक्सर में 900 वर्ग फीट में स्थायी/अस्थायी होल्डिंग एरिया भी बनाए गए थे। इस प्रकार दानापुर मंडल में कुल 17995 वर्ग फीट क्षेत्र होल्डिंग एरिया के रूप में बनाया गया था।
पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल ने भीड़ के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा और सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए थे: -.दानापुर मंडल के प्रमुख स्टेशनों ( पटना जंक्शन / राजेंद्रनगर टर्मिनल / दानापुर / आरा / बक्सर ) पर अतिरिक्त टिकट काउन्टर खोले गए थे। वहीं यात्रियों की सुविधा हेतु पटना जंक्शन एवं राजेंद्र नगर टर्मिनल के सर्कुलेटिंग एरिया में M-UTS डिवाइस द्वारा UTS टिकट काटे जा रहे थे।2.मंडल के प्रमुख स्टेशनों ( पटना जंक्शन/राजेंद्रनगर टर्मिनल/दानापुर / आरा / बक्सर ) पर अधिकारियों एवं सुपरवाइजर तथा स्काउट एंड गाइड के सदस्यों की भी अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई थी।
3.स्पेशल ट्रेनों की लगातार अनाउंसमेंट कराया जा रहा था एवं विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से भी सूचनाएं दी जा रही थी। 4.भीड़ की लगातार निगरानी की जा रही थी।5.भीड़ प्रबंधन के लिए सभी आर.पी.एफ. (RPF) पोस्ट कमांडरों को जी.आर.पी. (GRP) /SDRF / लोकल प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर समुचित सुरक्षा सुनिश्चित किया गया था। वहीं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न मुख्य स्टेशनों पर दंडाधिकारियों की नियुक्ति की गई थी।
सभी संवेदनशील स्टेशनों पर अधिकतम संख्या में आर.पी.एफ. (RPF) की तैनाती सुनिश्चित की गई थी।.सीसीटीवी (CCTV) से लगातार निगरानी किया जाता रहा था।.भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अनाउंसमेंट पीए सिस्टम और लाउड लाउड होल्डर का इस्तेमाल कर लोगों को सूचनाएं और अन्य जानकारी दी जा रही थी।.ट्रेनों में चढ़ने के लिए कतार प्रबंधन की भी व्यवस्था किया गया था। 10.ट्रेनों का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन ड्यूटी पर अधिकारियों को तैनाती की गई थी।
11.प्लेटफ़ॉर्म नंबरों के साथ ट्रेनों के आगमन/प्रस्थान की लगातार और समय पर घोषणा के लिए उपाय किए गए थे।12.मेल/एक्सप्रेस/पैसेंजर ट्रेनों के निर्धारित प्रस्थान को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए थे।अंतिम समय पर प्लेटफॉर्म में कोई बदलाव न हो इसके लिए भी कदम उठाए गए थे।इसके अलावा मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी द्वारा प्रमुख स्टेशनों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं पर निगरानी रखा जा रहा था। संध्या समय एवं मध्य रात्रि में भी पटना जंक्शन , राजेन्द्र नगर टर्मिनल पहुँच कर यात्रियों की बोर्डिंग- डिबोर्डिंग की निगरानी करते रहे।