स्टेट डेस्क/पटना : कल के ’बदलो बिहार महाजुटान’ के उपरांत सोमवार को माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने पटना में पार्टी विधायकों के साथ बैठक की और महाजुटान में जनता के विभिन्न तबकों से आए मुद्दों को विधानसभा में जोरदार व धारदार तरीके से उठाने पर चर्चा की.

उन्होंने कहा कि दलितों–वंचितों के लिए 65 प्रतिशत आरक्षण के सवाल को मजबूती से उठाना है. अमेरिका के सामने घुटने टेकने वाली मोदी सरकार ने देश के मान–सम्मान को गिरवी रख दिया है. भारत की साम्राज्यवाद विरोधी विरासत को बुलंद करते हुए भारत के स्वाभिमान के साथ इस खिलवाड़ के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाना है. भाजपा को बेनकाब कर देना है कि उसे देश के स्वाभिमान और संप्रभुता से कोई मतलब नहीं है. भारत की जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी.
उन्होंने कहा कि बिहार की नौकरियों में स्थानीयता के मसले को भी मजबूती से उठाना है. झारखंड की तर्ज पर 200 यूनिट फ्री बिजली, महिलाओं को 3000 रुपए मासिक सहायता, सामाजिक सुरक्षा की राशि को बढ़ाने के साथ–साथ महाजुटान में जनता के आए सवालों को मजबूती से उठाया जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि यह साल कम्युनिस्ट आंदोलन का सौंवा साल है. इस अवसर पर कम्युनिस्ट आंदोलन की महान विरासत को याद करते हुए संविधान व लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई को तेज करना है.
बैठक में पार्टी राज्य सचिव का. कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, अमर, नेता विधायक दल महबूब आलम, शशि यादव, सत्यदेव राम, अरुण सिंह, गोपाल रविदास, महानंद सिंह, अजीत कुशवाहा, वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, अमरजीत कुशवाहा, रामबली सिंह यादव, शिवप्रकाश रंजन आदि उपस्थित थे.