डीएसपी अफाक अख्तर ने दीप प्रज्जवलित कर किया उद्घाटन…
कहा- मोटे अनाज किसानों की विरासत की पहचान है
बक्सर/बीपी। बिहार कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन के दिशा-निर्देश के आलोक में सेंटर आॅफ एक्सीलेंस फार मिलेट वैल्यू चेन परियोजना अंर्तगत डुमरांव स्थित वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय के सभागार में मंगलवार को मोटे अनाज के उत्पादन तकनीक एवं मूल्य संबर्द्धन विषय पर दो दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर सह गोष्ठी का आयोजन किया गया। शिविर सह गोष्ठी का उद्घाटन डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी ने किया।
मौके पर डीएसपी अफाक अख्तर ने खुद भी एक किसान का बेटा होने का गर्व प्राप्त है।आगे डीएसपी ने किसानों के बीच मोटे अनाज की महत्ता पर प्रकाश डाला और कहा कि मोटे अनाज किसानों के विरासत की पहचान है। मोटे अनाज में यथा कोदी,मक्का, मड़ुआ एवं बाजड़ा में मिनरल व विटामीन जैसे पोषण तत्व पाए जाते है।
कृषि कालेज के प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार का मोटे अनाज( श्रीअन्न) के उत्पादन व उत्पादकता को बढ़ावा देने पर जोर है। मोटे अनाज मानव शरीर के लिए स्वास्थ के लिहाज से लाभदायी है। उन्होनें कहा कि महाविद्यालय के विज्ञानी क्षेत्र के किसानों को मोटे अनाज सहित अन्य खेती कार्य के लिए हर संभव सहयोग करने को तैयार है।
इस मौके पर दो दिवसीय आयोजित प्रशिक्षण शिविर के प्रथम दिन प्रशिक्षक विज्ञानियांें द्वारा क्षेत्र के चयनित 30 किसानों के बीच मोटे अनाज के उत्पादन तकनीक, प्रभेदों के चयन, रोग व्याधि एवं कीट प्रबंधन के अलावा मोटे अनाज से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों के बारे विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई। गोष्ठी सह प्रशिक्षण शिविर को अन्य वक्ताओं में डा.चांदनी, डा.मणीभूषण ठाकुर, डा.अविनाश सरीन सक्सेना एवं डा.मजहरूल हक अंसारी ने संबोधित किया।
आगत अतिथियों का स्वागत प्रशिक्षण सह गोष्ठी आयोजन समिति के संयोजक डा.शांति भूषण प्रसाद व डा.मणीभूषण ठाकुर ने किया। गोष्ठी का संचालन विज्ञानी सह प्राध्यापक डा.चित्रा शुक्ला एवं डा.सुमन लता ने किया। इसके पहले कृषि कालेज के प्राचार्य सह अधिष्ठाता प्रो.मुकेश कुमार सिन्हा द्वारा एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी को फूलों का गुलदस्ता प्रदान कर व अंगबस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।