- बैंक लाकर से दस लाख और घर से मिले 30 लाख रुपये नगद
हेमंत कुमार /पटना : स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) की जाल में फंसे विद्युत कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता ने मात्र आठ साल की नौकरी में जम कर काली कमाई की। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की छापेमारी में उनकी चल-अचल संपत्ति 7 करोड़ की पायी गयी है। गुप्ता इन दिनों बांका में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के तहत विद्युत कार्यपालक अभियंता (आपूर्ति) के पद पर तैनात हैं। आठ साल की नौकरी में वेतन से 66 लाख रुपये पाने वाले गुप्ता ने भ्रष्ट तरीके से सात करोड़ की संपत्ति जोड़ ली!
गुरुवार की सुबह शुरू हुई छापेमारी में स्पेशल विजिलेंस यूनिट की अलग-अलग टीमों ने बांका में गुप्ता के कार्यालय, सरकारी आवास, भागलपुर के बाबरगंज में गंगा विहार कालोनी स्थित आवासीय मकान, पुर्णिया के गोआसी ( थाना के नगर) स्थित पैतृक आवास और पटना में सगुना मोड़ के पास आरके पुरम रूद्र काम्प्लेक्स के फ्लैट नंबर E5 की तलाशी ली।
गुप्ता के ठिकानों से 40 लाख रुपये नगद बरामद किये गये हैं। पंद्रह लाख की क्रेटा कार मिली है। पटना में 35 लाख का फ्लैट मिला है। भागलपुर में 35 लाख का घर और 30 लाख का गोदाम मिला है। जमीन के 9 प्लॉट का पेपर मिला है जिसकी कीमत एक करोड़ से अधिक है। गुप्ता और उनके परिजनों के बैंक खातों में 25 लाख रुपये जमा है।
संजीव की पत्नी और उनके नाम से दो बैंक लॉकर, दस बैंक खाता और एक एफडी में 30 लाख रुपये निवेश का। पता चला है। उनकी नाबालिग पुत्री के नाम से तीन लाख की एफडी का पता चला है। संजीव और उनकी पत्नी के नाम से एलआइसी दो पालिसियां भी मिली हैं। संजीव की पत्नी बैंक में तृतीय श्रेणी की कर्मचारी हैं जिसने हाल में योगदान किया है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट के मुताबिक संजीव की काली कमाई जोड़ने में उनके ससुर की भी भूमिका संदेहास्पद है। वह रेलवे में सीनियर सेक्शन इंजीनियर हैं।