स्टेट डेस्क/पटना: बढ़ती गर्मी को देखते हुए अगलगी की घटनाओं की रोकथाम के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशों के मुताबिक बिहार की दोनों वितरण कंपनियों, एसबीपीडीसीएल और एनबीपीडीसीएल ने पूरी तैयारी कर ली है।

दोनों वितरण कंपनियों की ओर से अधिकारियों व कर्मचारियों को जारी दिशा-निर्देशों में उन्हें ट्रांसफॉर्मरों की लोड क्षमता का आकलन करने व आवश्यकतानुसार क्षमता में वृद्धि करने, विद्युत शॉर्ट सर्किट के मामलों में न्यूनीकरण एवं रोकथाम हेतु अभियान चलाने, बिजली संचरण में प्रयुक्त ढीले तारों को दुरुस्त करने, बिजली एवं उपकरणों से होने वाली अगलगी की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाने, अवैध कनेक्शन व टोका आदि की रोकथाम करने, अस्पतालों एवं अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में विद्युत मॉक ड्रिल एवं ऑडिट कराने, एसी को न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस पर चलाने के लिए लोगों को जागरूक करने तथा खेतों में लगे ट्रांसफॉर्मरों के आसपास की फसलों को प्राथमिकता के आधार पर कटवाने को कहा गया है।
वितरण कंपनियों की ओर से अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बिजली के कारण होने वाली अगलगी को न्यूनतम करने के लिए दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन करें। अगलगी को लेकर आम लोगों को जागरूक करने पर विशेष बल दिया गया है। ढीले तारों को लेकर यदि किसी को कोई खतरा दिखाई दे, तो इसकी जानकारी तुरंत अपने क्षेत्र के संबंधित कार्यालय को दें।
आगलगी से फसलों को होने वाले क्षति के रोकथाम हेतु जरूरी है कि किसान बिजली के तारों के नीचे फसलों का काट एकत्रित नहीं करें। थ्रेसर एवं ट्रैक्टर से निकलने वाली चिंगारी पर नजर रखें तथा पर्याप्त मात्रा में अग्निशमन हेतु पानी, बालू आदि की व्यवस्था रखें। खेतों में जाने वाले सर्विस वायर को ठीक से चेक करना अनिवार्य है ताकि ढीले एवं खुले तारों को स्पार्क आदि से बचाया जा सके। बिजली के ट्रांसफॉर्मर अथवा तारों में कहीं लाल होने या जलने की स्थिति में यथाशीघ्र संबंधित यात्रियों को सूचित करें।