फर्जी अंचल कार्यालय का भंडाफोड़, भारी मात्रा में कागजात बरामद

पटना

पटना, अशोक “अश्क” बिहार के समस्तीपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां के पटोरी अनुमंडल के मोहिउद्दीननगर प्रखंड में एक फर्जी अंचल कार्यालय का भंडाफोड़ हुआ है। एसडीएम विकास पांडेय के नेतृत्व में करीमनगर पंचायत के मोगलचक गांव में छापेमारी की गई, जहां से जमीन और अंचल से जुड़े ढेर सारे कागज़ात, कंप्यूटर, प्रिंटर और 22 हजार से अधिक रुपये बरामद किए गए।

इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस घटना से बिचौलियों में हड़कंप मच गया है। दरअसल, पटोरी के एसडीएम विकास पांडेय को कई महीनों से शिकायतें मिल रही थीं कि मोगलचक में एक घर में फर्जी अंचल कार्यालय चल रहा है। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने टीम गठित कर कार्रवाई की।

छापेमारी के दौरान उमेश राय के घर से जमीन के कागजात, अंचल के रिकॉर्ड, कंप्यूटर, प्रिंटर और 22,250 रुपये नकद बरामद किए गए। इसके अलावा, दस बोरी से अधिक कागजात मिले, जिनमें शुद्धि पत्र, हल्का के दाखिल-खारिज रजिस्टर, खतियान, रजिस्टर टू के दस्तावेज, जमाबंदी रजिस्टर, दाखिल-खारिज और परिमार्जन के आवेदन शामिल हैं।

मजिस्ट्रेट सुमन कुमार की निगरानी में इन कागजातों की जांच की जा रही है और सीजर लिस्ट तैयार की जा रही है। अंचल अधिकारी ब्रजेश कुमार द्विवेदी और उनकी टीम भी जांच में सहयोग कर रही है। आरोपी के बैंक खाते की भी जांच की जा रही है, जिससे यह पता चल सके कि इस फर्जी कार्यालय से कितनी राशि का लेन-देन हुआ है। जांच में पता चला है कि यह फर्जी कार्यालय कई वर्षों से संचालित हो रहा था।

चौंकाने वाली बात यह है कि जो कागजात सरकारी अंचल कार्यालय में होने चाहिए थे, वे सभी यहां मिले। यहां से जमीन के सर्वे और उससे जुड़े दस्तावेज आसानी से उपलब्ध कराए जाते थे, जिससे लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते थे। हालांकि, यह पूरी प्रक्रिया गैरकानूनी थी। यह फर्जी अंचल कार्यालय सिर्फ एक हल्का का ही नहीं, बल्कि पूरे अंचल का काम कर रहा था।

इसे एक समानांतर अंचल कार्यालय के रूप में संचालित किया जा रहा था, जहां सरकारी कागजातों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था। इस कार्यालय के माध्यम से कई लोगों के दस्तावेज तैयार किए गए और उनसे अवैध तरीके से पैसे वसूले गए। एसडीएम विकास पांडेय ने बताया कि उन्हें कई महीनों से शिकायतें मिल रही थीं कि एक फर्जी अंचल कार्यालय चलाया जा रहा है।

इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की गई, जिसमें भारी मात्रा में सरकारी दस्तावेज, कंप्यूटर, प्रिंटर और नकदी बरामद हुई। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट द्वारा बरामद कागजातों की जांच की जा रही है और आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है और यह सवाल उठने लगे हैं कि इतने वर्षों तक यह फर्जी कार्यालय कैसे संचालित होता रहा और किसकी शह पर यह गैरकानूनी काम किया जा रहा था। फिलहाल, प्रशासन इस पूरे मामले की गहन जांच में जुटा हुआ है।