DESK : सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तो लगातार हमला बोल ही रहे, लेकिन अब अपनी ही पार्टी की बात को अनसुनी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे बाहर निकालने की बात जिसने कही है उसको पता होना चाहिए कि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों को निकालने का अधिकार केवल जनता का है. पार्टी ने जो भी कार्रवाई मेरे ऊपर की थी उसका पहले ही जवाब दे चुके हैं. एक महीना से ऊपर हो गया. आगे पूर्व मंत्री ने कहा कि विधायक के रूप में मुझे सवाल करने का हक है.
उपमुख्यमंत्री उनको बाहर निकालने की बात कह रहे. इस पर कहा कि मुझे बोलने का हक है. सवाल हमेशा सत्ता से किया जाता है, विपक्ष से नहीं किया जाता है. मुझे चुने गए प्रतिनिधित्व की तरह हक है कि मैं सवाल कर सकता हूं. तेजस्वी की निकालने वाली बात पर बिना उनका नाम लिए कहा कि जिन्होंने भी ऐसा कहा है इनसे बस कहना है कि जनता मालिक है.
चुने हुए प्रतिनिधि को निकालने का काम केवल उनका है. अब ये तो साल 2025 में तय होगा कि जनता क्या करेगी. अगर मैंने काम किया होगा तो जनता रखेगी या नहीं किया होगा तो बाहर का रास्ता दिखा देगी. सुधाकर सिंह को लेकर जेडीयू लगातार आरजेडी की ओर से कार्रवाई की मांग कर रही है. वह लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे.
कुछ दिन पहले भी जेडीयू के प्रवक्ता ने उन पर कार्रवाई करने की मांग की थी. तेजस्वी ने इस पर कहा था कि वो गलत कर रहे. उनकी आत्मा कहीं और शरीर कहीं और है. वहीं अपनी एक बात में तेजस्वी ने ये भी कहा कि अगर चुप नहीं होंगे तो पार्टी से निकाला जाएगा. इस तरह से मुख्यमंत्री पर लगातार टिप्पणी करना ठीक नहीं है.