मिलनसार, कर्मठ एवं सर्वधर्म सम्भाव के प्रतीक थे, अगस्त 2022 से जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान

पटना

स्टेट डेस्क/ पटना : बिहार विधान सभा के पूर्व सदस्य डॉ. दाऊद अली अत्यंत मिलनसार, कर्मठ एवं सर्वधर्म सम्भाव के प्रतीक थे। अगस्त 2022 से जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, पटना की अकादमिक गतिविधियों में भी वे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने संस्थान में शोध, व्याख्यान एवं विधायी उन्मुखीकण के संबंध में अपनी राय भी रखी थी।

डॉ. दाऊद अली चाहते थे कि बिहार विधानमंडल में वर्तमान और पूर्व सदस्यों के साथ-साथ बिहार के विभिन्न क्षेत्रों के अकादमिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को संस्थान की दैनिक गतिविधियों से जोड़ा जाए। उन्होंने बहुत सारी योजनाएं बना रखी थी लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में उनके असामयिक निधन से हमारे सामाजिक-जीवन के साथ-साथ संस्थान के रूप में भी एक रिक्तता आ गयी है।

हमारा प्रयास होगा कि उनके सुझावों को यथासंभव अमल में लाकर संस्थान का विस्तार करें। हम संस्थान के सभी कर्मी उनके स्मृति को प्रणाम करते हैं। शोक सभा में संस्थान के निदेशक डॉ. नरेन्द्र पाठक सहित सभी पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे। बिहार विधान परिषद के प्रकाशन शाखा से अरुण नारायण, युवा जनता दल (यू) के नजम, पत्रकार वीरेन्द्र यादव और जनसंस्कृति मंच की ओर से अनिल अंशुमन भी मौजूद थे। अंशुमन ने कहा कि जनसरोकार से जुड़े लोगों की स्मृतियां हमारे लोकतांत्रिक सरोकारों को समृद्ध बनाती है।