DESK : बिहार में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है. एक अप्रैल से बढ़ने वाली कीमतों को लेकर लोग परेशान थे कि इस महंगाई में बिजली की दर बढ़ने पर इसका असर उनकी जेब पर पड़ेगा. शुक्रवार (31 मार्च) को सदन में नीतीश कुमार ने एलान कर लोगों को राहत दी है. बिहार विधानसभा में सदन में सीएम नीतीश कुमार और ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने एलान किया कि एक अप्रैल से बढ़ने वाली कीमत नहीं बढ़ाई जाएगी.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 13 हजार 114 करोड़ की सब्सिडी सरकार देगी. नीतीश ने सभी राज्यों को एक ही रेट पर बिजली उपलब्ध कराने की मांग की है. बता दें कि 24.10 % की वृद्धि बिजली दरों में हुई थी. एक अप्रैल 2023 से लागू होना था. विद्युत विनियामक आयोग ने बिहार में बिजली दर में भारी बढ़ोतरी की घोषणा की थी. अब सदन में नीतीश कुमार और ऊर्जा मंत्री के एलान के बाद आम जन के लिए यह राहत भरी खबर आई है.
इधर जेडीयू ने इसे बिहारवासियों के लिए तोहफा बताया है. कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में केंद्र सरकार बिहार को अधिक रेट पर बिजली दे रही है. इसके बावजूद नीतीश कुमार ने फैसला लिया है कि इस मंहगी बिजली का बोझ बिहारवासियों पर बिल्कुल नहीं आने दिया जाएगा.
नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सदन में कहा कि बीजेपी वालों को केंद्र से कहना चाहिए कि वन नेशन, वन रेट लागू करें. रेट पर जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि बिहार को 5.82 रुपये प्रति यूनिट बिजली मिलती है, जबकि गुजरात को 3.74 रुपये प्रति यूनिट. सीएम ने कहा, मध्यप्रदेश को 3.49 रुपये प्रति यूनिट बिजली देते हैं. बिहार इतना गरीब राज्य है, इसका ख्याल रखना चाहिए.
बता दें कि बिजली बिल फिक्स्ड चार्ज में भी दोगुना से ज्यादा बढ़ोतरी का फैसला सुनाया गया था. प्रति यूनिट बिजली का दर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के आधार पर तय होना था. बिहार में बिजली करीब दो रुपये प्रति यूनिट महंगा होने की संभावना थी.