कैंसर संस्थान में गवर्नर को हाथों हुआ ब्रेक थेरेपी इकोकार्डियोग्राफी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का उद्घाटन
फुलवारीशरीफ, अजीत। पटना के महावीर कैंसर संस्थान पहुंचे बिहार के गवर्नर महामहिम फागू चौहान ने गवर्नर फंड से ₹50 लाख की राशि महावीर कैंसर संस्थान को देने की घोषणा की। महामहिम ने पटना के महावीर मंदिर के चंदा से संचालित महावीर कैंसर संस्थान और अन्य दूसरे अस्पतालों के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के बाद तालियां बजाते हुए सचिव आचार्य किशोर कुणाल को धन्यवाद दिया और कहा कि कुणाल जी ऐसे लोगों की सेवा कर रहे हैं जिनकी सेवा सर्वोपरि है। महामहिम गवर्नर फागु चौहान ने कहा कि पटना के इस महावीर कैंसर संस्थान में कैंसर की अत्याधुनिक चिकित्सा और उनकी सुविधाओं के बारे में जानकर अपार खुशी महसूस हो रही है ऐसे अस्पताल में उन्हें ब्रेक थेरेपी इकोकार्डियोग्राफी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का उद्घाटन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। बिहार के महामहिम राज्यपाल फागू चौहान ने महावीर कैंसर संस्थान में कई अत्याधुनिक कैंसर रोगों की चिकित्सा सुविधाओं का उद्घाटन व लोकार्पण करने के बाद कहा कि बिहार ही नहीं पूरे देश में ऐसे अनेकों सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल है लेकिन उनमें गरीबों और वंचित तबके के लोगो को इलाज के दौरान अस्पताल में ठहरने और इलाज के तमाम सुविधाओं को प्राप्त करने में काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि देश के नामचीन कैंसर अस्पतालों और अन्य रोगों के अस्पतालों में भी मरीजों को ठहरने मुक्त नाश्ता भोजन की व्यवस्था नहीं है । उन्हें जानकर बहुत खुशी हो रही है कि महावीर कैंसर संस्थान में नाश्ता और सुबह और रात के भोजन की निशुल्क व्यवस्था है। इतना ही नहीं मरीज के परिजनों में किसी एक के लिए भी निशुल्क भोजन का कूपन दिया जाता है। महावीर कैंसर संस्थान के संचालक और पूरी टीम प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने कहा कि गरीब मरीजों के लिए जो व्यवस्थाऐं इस अस्पताल में की जा रही है, वह प्रशंसनीय है। 18 वर्ष तक के बच्चों का मुफ्त इलाज, 100 रूपये में रक्त एवं रक्त से बने अवयव एक यूनिट सारे अति आधुनिक मशीन की उपलब्धता ( जिसमें पेट सी.टी. , गामा कैमरा इत्यादि शामिल है ) गरीब मरीजों के लिए बहुत बड़ी सहारा है महावीर कैंसर संस्थान और महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने महामहिम बिहार राज्यपाल फागू चौहान के द्वारा संस्थान को ₹50 लाख की राशि डोनेट करने के लिए आभार जताया ।
आचार्य किशोर कुणाल , सचिव महावीर स्थान न्यास समिति ने कैंसर अस्पताल की परिकल्पना को साकार करने में रास्ते में कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा इसका उन्होंने विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी अमीर व्यक्ति सार्थक मदद नहीं किये, बल्कि यह हनुमान जी के आर्शीवाद से एवं गरीबों के सहयोग से भारत का दूसरा सबसे बड़ा कैंसर अस्पताल बन पाया है। महावीर मन्दिर के द्वारा चलाये जा रहे अन्य अस्पतालों का उन्होंने जिक्र किया। उन्होंने कहा कि धर्म और सेवा के समन्वय का महावीर मन्दिर एवं महावीर कैंसर संस्थान एक तथा अन्य अस्पताल अनोखा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में महावीर मन्दिर द्वारा जनहित का और भी कार्य किया जाएगा। कार्यक्रम के शुभारंभ में चिकित्सा अधीक्षक डॉ एल बी सिंग ने महावीर कैंसर संस्थान की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। महामहिम गवर्नर फागू चौहान ने महावीर कैंसर संस्थान पटना में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का लोकार्पण किया। साथ-साथ रेडियेशन के लिए ब्रेकीथेरेपी मशीन एवं हृदय के जाँच कि लिए इकोकार्डियोग्राफी मशीन का भी लोकार्पण किये।
महामहिम दीप प्रज्ज्वलन कर लोकार्पण समारोह का उद्घाटन किये। चिकित्सा अधीक्षक डा ० एल ० बी ० सिंह ने माननीय अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि 5 वर्ष पूर्व माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महावीर कैंसर संस्थान पधारे थे। उसी समय उन्होंने बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट एवं हॉस्पीस बनाने के लिए सरकारी सहायता देने का निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से महावीर कैंसर संस्थान में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना की गई, जो कि अति आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है। अभी तक 5 मरीजों का परीक्षण के तौर पर बोन मैरो ट्रांसप्लांट हुआ। सभी मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। महावीर कैंसर संस्थान में एक मरीज पर लगभग 5 लाख खर्च आता है, जबकि बिहार के बाहर कई गुणा ज्यादे खर्च लगता है साथ-साथ परिवार वालों को परेशानी भी उठानी पड़ती है। देश के प्रसिद्ध कैंसर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट की प्रतीक्षा सूची काफी लम्बी है एवं खर्च भी अधिक पड़ता है। महावीर कैंसर संस्थान में मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष, महावीर मन्दिर एवं महावीर कैंसर संस्थान के सहयोग से मरीजों का लगभग मुफ्त में ही ट्रांसप्लांट हो जाता है।
गरीबों को अब बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं है। नई ब्रेकीथेरेपी मशीन संस्थान के द्वारा ही खरीदी गई है। संस्थान में तीन लीनियर एक्सीलेरेटर मशीन, नई कोबाल्ट एवं नई ब्रेकीथेरेपी मशीन होने से कैंसर के मरीजों को काफी आराम हो जाएगी, इतनी मशीनों की सुविधा अभी देश के चुनिंदों अस्पताल में ही है। इकोकार्डियोग्राफी मशीन अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट जेनरल आर ० एन ० सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी राका सिंह द्वारा दी गई। उनकी पुत्री श्वेता का कैंसर से निधन हो गया था, उन्हीं के यादगारी में उन्होंने यह मशीन दिये एवं आगे और भी मदद का आश्वासन दिये। डा ० एल ० बी ० सिंह ने कहा कि महावीर कैंसर संस्थान गरीब कैंसर मरीजों का आस्था का प्रतीक है। यहाँ 18 वर्ष तक के बच्चों का मुफ्त इलाज होता है। सभी 650 भर्ती मरीजों को खाना दिया जाता है एवं काफी कम खर्च में आधुनिक इलाज होती है। आयुष्मान भारत योजना के तहत पूरे राज्य में सबसे अधिक कैंसर मरीजों का इलाज होता है। उन्होंने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल की इच्छानुसार लाइलाज कैंसर मरीजों के लिए महावीर कैंसर संस्थान द्वारा 51 बेड का भूतनाथ रोड कंकड़बाग में पैलियेटिव केयर एण्ड हॉस्पीस खोला जाएगा। जिसका कि विधिवत उद्घाटन दिनांक 29.07.2022 को उप – मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद द्वारा होगा।
संस्थान की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. मनीषा सिंह ने महावीर कैंसर संस्थान में कैंसर रोग के 3 अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के उद्घाटन के लिए समय निकालकर कार्यक्रम में शामिल होने पर महामहिम का आभार जताया गया। डा ० मनीषा सिंह , चिकित्सा निदेशक ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट के बारे में तकनिकी जानकारी देते हुए कहा कि महावीर कैंसर संस्थान में बोन मैरो ट्रांसप्लांट देश के प्रसिद्ध बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेशज्ञ डा ० राहुल भार्गव द्वारा की जाती है जो महावीर कैंसर संस्थान में महीने में दो बार आते हैं। धीरे – धीरे प्रतिमाह कम से कम 20 मरीजों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट करने की योजना है। उन्होंने अस्पताल के सभी चिकित्सा कर्मियों और चिकित्सकों सहित पूरी संस्थान की टीम की ओर से महामहिम का धन्यवाद किया। इस मौके पर घनश्याम हंस दास लेखक शबरी लीला दर्पण का विमोचन भी महामहिम के हाथों किया गया। इस अवसर पर वासुदेव राम, प्रो ० डा ० एल ० एन ० राम , डा ० एन ० आर ० विश्वास, डा ० बी ० सन्याल, डा ० विनीता त्रिवेदी आदि उपस्थित थे। मंच का संचालन संस्थान के रेडियोथेरेपी विभाग की वरिष्ठ कन्सल्टेंट डा ० ऋचा चौहान ने किया।