Ajeet : पटना की सड़कों पर आज एक बार फिर 67वीं BPSC-PT के अभ्यर्थी उतर आए हैं। अभ्यर्थियों ने पहले से महाआंदोलन की चेतावनी दे दी थी। अभ्यर्थी हाथ में बैनर और पोस्टर लेकर सड़क पर उतरे। पटना कॉलेज से पैदल मार्च करते हुए महाआंदोलन में शामिल होने के लिए निकल पड़े हैं। जानकारी के अनुसार सैकड़ों अभ्यर्थी राजभवन तक पहुंचेंगे। हालांकि पुलिस के द्वारा उन्हें राजभवन तक नहीं आने देने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। अभ्यर्थियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है।
पुलिस ने वाटर कैनन की गाड़ियां, दंगा नियंत्रण वाहन और भारी संख्या में जवानों की तैनाती कर दी है। इस दौरान अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर जमकर नारे लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर BPSC के सचिव अमरेंद्र कुमार तक के इस्तीफे की मांग भी कर रहे हैं। छात्र नेता ने कहा कि हम लोगों ने सरकार से मांग की थी कि जो नौ प्रश्न गलत पूछे गए हैं उन्हें हटाकर कटऑफ कम करते हुए और रिजल्ट पीटी में दिए जाएं। हमने अन्य कई मांग चीफ सेक्रेटरी से रखी थी।
हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक्सपर्ट कमेटी बनाकर बीपीएससी पीटी में पूछे गए प्रश्नों और उत्तरों की जांच की मांग भी की थी। अब तक सरकार की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। इसलिए अभ्यर्थियों ने तय किया है कि बुधवार 7 दिसंबर को पटना कॉलेज से पैदल मार्च निकालेंगे। अभ्यर्थियों का यह पैदल मार्च बिहार लोक सेवा आयोग के बेली रोड कार्यालय तक जाएगा। यहां पहुंचने के बाद अभ्यर्थी तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है।
बता दें कि 29 नवंबर को छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से बिहार सरकार के चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी ने वार्ता की थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे अभ्यर्थियों की बात बीपीएससी तक पहुंचाएंगे। लेकिन अब तक न तो सरकार की ओर से और न ही बीपीएससी की ओर से कोई ठोस बात कही गई है। दो दिसंबर को 72 घंटे के अल्टीमेटम का समय भी पूरा हो गया है। अब एक बार फिर से अभ्यर्थी एकजुट हो रहे हैं।