एंक्लोजिंग स्पोंडिलाइटिस का शुरू में ही इसका इलाज किया जाय तो काफी हद तक इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है: डॉक्टर राजकुमार

पटना

आईजीआईएमएस में जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन

Patna/Shivanand Giri : भारत में एंक्लोजिंग स्पोंडिलाइटिस से करीब 50 लाख लोग पीड़ित हैं। यह वयस्कों एवं युवा अवस्था से ही शुरू हो जाती है। लेकिन यदि शुरू में ही इसका इलाज किया जाय तो काफी हद तक इस पर नियंत्रण किया जा सकता है। उक्त बातें पटना आईजीआईएमएस के पीएमआर विभागाध्यक्ष डॉ राजकुमार ने एंक्लोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के जागरूकता रैली के अवसर पर कही।उन्होंने आगे कहा कि किसी भी रोग के सही इलाज के लिए मरीजों और उसके परिजनों में जागरूकता जरूरी है। इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं,सुबह में कमर में आधे घंटे से ज्यादा दर्द होना, रात में करवट बदलने में तकलीफ, थकावट, भूख कम लगना, पेट एवं आंखों में जलन भी हो सकती है। इसमें एच एल बी 27 नाम की जांच पॉजिटिव होती है। MRI, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे के माध्यम से सैक्रोएलाइटिस एंथेसाइटिस एवं अन्य जोड़ों में तकलीफ की पहचान की जा सकती है।

इसके इलाज में व्यायाम की अधिक भूमिका होती है। स्पाइन की स्ट्रैचिंग एवं लचल व्यायाम करना काफी फायदेमंद होता है। अन्य उपायों में गर्म सेक से मांसपेशिओं को मजबूत करना एवं तैरना अच्छा होता है। ज्यादातर मरीजों में दर्द एवं सूजन की दवा एवं व्यायाम से ही कंट्रोल हो जाता है, तो कुछ परिस्थिति में जिसमें बीमारी कूल्हा, कंधा या अन्य जोड़ों में फैलता है तो डी एम ए आई डी एस(DMARDS) या बायोलॉजिकल (Biologics group) की दवा चलाई जाती है। इस अवसर पर डीन एवं किडनी विभागाध्यक्ष डॉ ओम कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि जैसे ही इसके (एंक्लोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस ) के लक्षण दिखाई दें, डॉक्टर से परामर्श लेकर शुरुआती इलाज से मरीज झुकने से बच सकता है।

डायरेक्टर डॉ बिंदे कुमार ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की बधाई डॉक्टर राजकुमार एवं समस्त पीएमआर टीम को दी। उन्होंने PMR विभाग में चल रहे अल्ट्रासाउंड से जोड़ों की जांच एंथेसाइटिस की पहचान एवं दर्द निवारक इंजेक्शन की सफल इलाज की सराहना की। डॉक्टर मनीष मंडल (एमएस एवं डीडीए) ने कहा ऐसे कार्यक्रम से मरीज काफी लाभान्वित होंगे एवं एंक्लोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस से पीड़ित लोगों को जल्द पहचाना जा सकेगा एवं इसका बेहतर इलाज किया जाना संभव होगा। आईजीआईएमएस में एंक्लोजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के जागरूकता अभियान की शुरुआत पीएमआर विभाग से इंदिरा गांधी मूर्ति एवं अन्य ओपीडी का रैली निकाल कर किया गया जिसकी नव रचित स्लोगन से की गई।

डायरेक्टर बिंदे कुमार ने कहा कि कदम से कदम बढ़ाना है एंक्लोजिंग स्पोंडिलाइटिस को हराना है। डीन एवं विभागाध्यक्ष डॉ ओम कुमार ने नारा दिया _एंक्लोजिंग स्पोंडिलाइटिस की तुम ना कर परवाह, हंसते गाते चलना व्यायाम की राह। पीएमआर विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संचालक डॉ राजकुमार ने नारा दिया सैक्रो एलीआईटीसी एंथेसाइटिस है दर्द की निशानी, एम आर आई या अल्ट्रासाउंड से पहचानो इसकी कहानी। अगर दर्द से नहीं मिलता आराम, PMR में है इंजेक्शन रामबाण। इस कार्यक्रम में; डॉ मनीष (शिशु रोग), डॉक्टर आनंद (न्यूरो), डॉक्टर संतोष (मनोचिकित्सक), डॉक्टर अमरजीत (गैस्ट्रो), डॉक्टर दीपक (रेडियो), डॉ आनंद (पीडिया), डॉक्टर मनोज, डॉक्टर गणेश, डॉ अभिनव, डॉ ललन, डॉक्टर पंकज, डॉक्टर संजय, मनीषा, ब्यूटी, अचिंत्य, कुणाल की भूमिका सराहनीय रहा।