नौबतपुर में बाबा बागेश्वर के हनुमंत कथा को लेकर हजारों महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा, चलो सखी चला दर्शन करेला हनुमान …

पटना

पटना, अजीत . बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना के नौबतपुर में 13 मई से 17 मई तक हनुमंत कथा को लेकर शुक्रवार को हजारों की संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने भव्य कलश यात्रा निकाल पूरा इलाका भक्तिमय बना दिया. बागेश्वर धाम सुप्रसिद्ध बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के स्वागत को लेकर निकाली गई कलश यात्रा में शामिल महिलाएं जय श्री राम जय हनुमान और धर्मेंद्र शास्त्री बाबा बागेश्वर के जयकारे लगाते रही. श्रद्धालु महिलाएं कलश यात्रा के दौरान चला सखी चला दर्शन करेला हनुमान के गीत गाती रहे जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया.

गौरतलब हो कि बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री काव दरबार पटना के नौबतपुर तरह पाली मठ परिसर में 4 दिनों तक लगने वाला है. वहीं पटना के नौबतपुर में ट्रेन पाली मठ परिसर में आयोजित होने वाला बाबा बागेश्वर धाम के हनुमंत कथा को लेकर पूरे इलाके में माहौल जय श्री राम और जय हनुमान के जयकारे से गुंजायमान हो उठा है. दिव्य दरबार में बाबा के दर्शन के महज कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं ऐसे में शुक्रवार को सुबह-सुबह रंग-बिरंगे परिधान में सजी-धजी महिलाएं कलश शोभायात्रा में शामिल हुई.

पवित्र गंगाजल सर पर लिए कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु महिलाएं सताए सूरत अपने वीर हनुमान कथा के तैयारियों में अपना योगदान पाकर ही प्रफुल्लित नजर आ रही थी. कई श्रद्धालु महिलाओं ने कहा कि बाबा नरेंद्र शास्त्री को प्रवचन सुनने के लिए हम लोग व्याकुल हैं हनुमंत कथा सुनने से हमारे परिवार पर संकट और दुखों के बादल नहीं आएंगे, हमारा परिवार और आसपास के समाज पूरा गांव जवार सुखी संपन्न होगा .

इस कथा को सभी लोगों को सुनना चाहिए . इसका विरोध करने का कोई मतलब ही नहीं बनता है. शोभा यात्रा को लेकर नेशनल हाईवे 98 पर नौबतपुर थाना से पहले मोतीपुर गांव के पास कई टैंकरों में गंगाजल भरकर लाया गया था. टैंकरों से श्रद्धालु महिलाएं अपने अपने क्लश में गंगाजल भरकर सर पर लेकर जयकारे लगाते तरेत पाली मठ स्थित आयोजन स्थल के पास महावीर हनुमान की प्रतिमा के पास पहुंची. यात्रा में शामिल श्रद्धालु महिलाओं को पुष्प वर्षा कर नौबतपुर वासियों ने अभिनंदन किया इस दौरान आयोजन समिति और तरह पाली मटके वालंटियर पूरी तरह मुस्तैदी से श्रद्धालु महिलाओं के कलश यात्रा के साथ साथ निगरानी करते रहे.