पटना, बीपी प्रतिनिधि। राजधानी पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों की बर्बरता से पिटाई और राष्ट्रध्वज के अपमान मामले में पटना के जिलाधिकारी (डीएम) चंद्रशेखर सिंह ने संज्ञान लिया है. उन्होंने इसे अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए दो सदस्यीय अधिकारियों की जांच टीम गठित की है. उन्होंने डीडीसी और एसपी सिटी मध्य को अभ्यर्थियों पर लाठी बरसाने वाले एडीएम के.के सिंह के खिलाफ जांच का आदेश दिया है. डीएम चंद्रशेखर सिंह ने दो दिन के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है. डीएम ने कहा कि राष्ट्रध्वज का अपमान करना बर्दाश्त के लायक नहीं.
तिरंगा लिए अभ्यार्थी पर लाठीचार्ज मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जो चीजें आज सामने आई हैं वो गलत है. ऐसा नहीं होना चाहिए था. मैंने जिलाधिकारी से फोन कर बात की है. जांच कमेटी बना दी गई है. दोषी पाए जाने पर करवाई होगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन की सरकार चल रही है. मुख्यमंत्री के द्वारा 20 लाख रोजगार की बात कही गई है, युवाओं को नौकरी दी जाएगी.
हम प्रतिदिन लोगों से मिल रहे हैं, उनकी बातों को सुन रहे हैं. इस मामले को लेकर हम गंभीर है. युवाओं को घबराने की जरूरत नहीं. बस थोड़ा संयम बरतें. बीजेपी के लोगों ने दो साल बर्बाद किया, लेकिन अब काम हो रहा है. हमलोग काम कर रहे हैं. रोजगार और नौकरी देने के लिए सरकार काम कर रही है. पहले डाउट था पर अब स्पष्ट है कि लोगों को रोजगार मिलेगा.
वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने छात्रों पर लाठीचार्ज का समर्थन किया है. पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने आज के प्रदर्शन को साजिश का हिस्सा बताया है. उन्होंने कहा कि जो प्रतिबंधित इलाका है उसमे छात्रों को जाने की जरूरत नहीं थी. जिस तरीके से प्रदर्शन किया जा रहा था उसमें साजिश दिखती है. उन्होंने कहा कि छात्रों के द्वारा किसी भी प्रदर्शन में राष्ट्रीय झंडा का प्रयोग नहीं हुआ है. यह जांच का विषय है कि प्रदर्शन करने वाले छात्र ही थे, या और कोई घुसा हुआ था. जहां आंदोलन की जगह है, वहीं प्रदर्शन करना चाहिए.