हेमंत कुमार/पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिजनों के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी में कथित तौर पर मिली 600 करोड़ की संपत्ति की खबरें क्या साजिश के तहत बीजेपी की आइटी सेल की ओर से प्लांट की गयी है! ईडी ने अब तक कोई आधिकारिक प्रेस बयान जारी नहीं किया है। उसकी आफिसियल वेबसाइट या ट्विटर हैंडल पर भी छापेमारी में मिली संपत्ति का ब्योरा उपलब्ध नही है।
इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है किया है कि सूत्रों के हवाले से भ्रामक खबरें चलाई जा रही है। तेजस्वी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है,…भाजपा सरकार द्वारा सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाने अथवा खबर प्लांट करवाने की बजाय रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे (Seizure List) की सूची ही सावर्जनिक कर देनी चाहिए।
अगर हम इसे सार्वजनिक कर देंगे तो इन बेचारे नेताओं की क्या इज्जत रहेगी? सोच लो..😊”
अपने दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने 2017 की खबरों का जिक्र किया है जिसमें 8000 करोड़ के लेन-देन के सबूत मिलने की खबरें प्लांट की गयी थी! तेजस्वी ने लिखा है…
“याद करिए- 2017 में भी कथित 8000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैंकड़ों संपत्तियां, अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का WhiteLand कंपनी का UrbanCube मॉल भी मिला था।
भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते 😇🤗”
छापेमारी के बाद मिली संपत्तियों का ब्योरा जानने के हमने ईडी डीडी दौलत कुमार से बात करने के लिए फोन लगाया। लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं मिला! हमने ह्वाट्सएप मैसेज डाला और प्रेस रिलीज की मांग की! हमारे मैसेज का भी कोई जवाब नहीं आया। इससे स्पष्ट है कि ईडी की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है जिससे हकीकत सामने आ सके!