स्टेट डेस्क/पटना: ऐपवा महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि 2 मार्च को पटना के गांधी मैदान में होने वाले बदलो बिहार महाजुटान में बिहार भर से लाखों महिलाएं जुटेंगी। यह महाजुटान महिलाओं के हक, सुरक्षा और सम्मान की लड़ाई को नई ऊंचाई देगा।

उन्होंने बताया कि ऐपवा कार्यकर्ता हर जिले, प्रखंड और गांव में महिलाओं को संगठित कर रही हैं। महिलाएं इस सरकार से गहराई से असंतुष्ट हैं और बदलाव के लिए पूरी ताकत से जुट रही हैं।
कहा कि जीविका समूह महिलाओं को सशक्त करने में विफल रहे हैं। रोजगार के अभाव में महिलाएं माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के जाल में फंस रही हैं, जो सरकार के संरक्षण में उनका शोषण कर रही हैं।
महिला सुरक्षा में भी सरकार विफल रही है। स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों पर छेड़खानी, बलात्कार और ब्लैकमेलिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
कामकाजी महिलाओं का शोषण बढ़ा है। मजदूरी और मानदेय से वंचित आंगनवाड़ी, आशा, रसोइया सहित सभी स्कीम वर्कर्स सरकार की नीतियों से आक्रोशित हैं।
मीना तिवारी ने कहा कि बिहार में बदलाव की लड़ाई जोरों पर है और महिलाएं इसमें बराबर की भागीदार हैं। आज एक बार फिर ’74 का नारा – “औरत के सहभाग बिना हर बदलाव अधूरा है” – गांव-गांव में गूंज रहा है।
ऐपवा ने बिहार की हर महिला, हर संघर्षशील ताकत से 2 मार्च को गांधी मैदान पहुंचने की अपील की है, ताकि महिलाओं के हक, सम्मान और सुरक्षा की गूंज पूरे राज्य में सुनाई दे।