विपिन कुमार। बिहार में नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए के साथ सरकार बना ली. सरकार बनने के बाद गुरुवार (15 फरवरी) को पहला मौका था जब सीएम नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आमने-सामने हुए. दोनों की मुलाकात विधानसभा परिसर में हुई. दोनों ने हाथ जोड़ा. एक-दूसरे को नमस्कार किया.
नीतीश कुमार ने लालू यादव के कंधे पर हाथ रखा. हाल-चाल पूछा. लालू यादव विधानसभा आए थे. इसी दौरान नीतीश कुमार बाहर निकल रहे थे सीएम आवास जाने के लिए. लालू से आमना-सामना हुआ. नीतीश कुमार ने हालचाल जाना. इस दौरान तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि नॉमिनेशन करवाने के लिए आए हैं. इसके बाद नीतीश कुमार अपनी गाड़ी में बैठकर निकल गए.
बता दें कि विधानसभा सचिव कक्ष में आरजेडी से मनोज कुमार झा और संजय यादव ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. इन्हीं दोनों नेताओं के नामांकन में शामिल होने के लिए लालू यादव पहुंचे थे. नामांकन दाखिल करते समय लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के अन्य नेता मौजूद थे.
इससे पहले 15 जनवरी को राबड़ी आवास पर नीतीश कुमार और लालू यादव यादव की मुलाकात हुई थी. दही-चूड़ा के भोज का आयोजन किया गया था. उसी वक्त से ही सियासी गलियारे में चर्चा शुरू हो गई थी कर लालू-नीतीश में सब ठीक नहीं है. बिहार में खेल हो सकता है. नीतीश कुमार पलटी मार सकते हैं.
हालांकि इस बीच मीडिया में चल रही इस तरह की खबरों का महागठबंधन के नेता खारिज करते रहे. हालांकि अंत में मीडिया में चल रही खबरें सच साबित हुईं. नीतीश कुमार ने पलटी मारी और एनडीए के साथ मिलकर नई सरकार उन्होंने बना ली. इसके बाद आज गुरुवार को दोनों नेताओं की पहली बार आमने-सामने मुलाकात हुई.