स्टेट डेस्क/ पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद से हाथ मिलाने के बाद नीतीश कुमार लगातार पुलिस अधिकारियों का मनोबल तोड़ने वाला रवैया अपना रहे हैं। मोदी ने कहा कि सिस्टम से पीड़ित आइजी विकास वैभव को ही सार्वजनिक रूप से फटकारना और विधायकों-मंत्रियों को अपमानित करने वाले आइएएस अफसर केके पाठक को संरक्षण देना कार्यपालिका को गलत संदेश देना है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में काबिल अफसर ही प्रताड़ित हैं।
मोदी ने कहा कि आइपीएस अमित लोढा की कार्यशैली से लोग खुश थे और उन पर “खाकी” सीरियल बनाया गया। इस पर लोढा की प्रशंसा करने के बजाय उन्हें निलम्बित करने की कार्रवाई शुरू की गई। उन्होंने कहा कि अफसरों को पता है कि उन्हें सोशल मीडिया पर क्या कहना चाहिए और क्या नहीं, लेकिन जब मानसिक दबाव असह्य होता है, तभी कोई सर्विस कोड का उल्लंघन करता है।
मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री को रूल बुक दिखाने की बजाय एक सीनियर आइपीएस की मनोदशा समझने का प्रयास करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सीनियर आइपीएस अफसरों के टकराव सार्वजनिक होना प्रशासन पर मुख्यमंत्री का नियंत्रण समाप्त होने का संकेत है।