- नीतीश कुमार को न केंद्र सरकार का विकास कार्य दिखता है, न वे सहयोग करते हैं
- पूर्णिमा हवाई अड्डे लिए दक्षिणी छोर के बजाय उत्तरी छोर पर जमीन दे दी
- दरभंगा हवाई अड्डे के लिए जमीन देने में भी दो साल देर की, बिहटा हवाई अड्डा के लिए अभी तक जमीन नहीं दी
- दरभंगा एम्स के लिए, मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विवि भवन के लिए और विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए भूमि देने का मामला भी फाइलों में अटका
स्टेट डेस्क/पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार में केंद्र सरकार के बड़े-बड़े विकास कार्य न दिखायी देते हैं और न वे इसमें सहयोग करने की तत्परता दिखाते हैं। यदि ऐसा न होता तो पूर्णिया हवाई अड्डा 4 साल पहले चालू हो गया होता।
मोदी ने कहा कि जिस दिन नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या-द्वेष का टिन वाला चश्मा उतार देंगे, उन्हें केंद्र सरकार के मेगा प्रोजेक्ट जमीन पर लागू होते दिखने लगेंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्णिमा हवाई अड्डे लिए जमीन देने में देर की गई। दक्षिणी छोर के बजाय उत्तरी छोर पर जमीन दे दी और 15 एकड़ अतिरिक्त जमीन देने का मामला सुलझाने में दो साल लगा दिये।
मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने दरभंगा हवाई अड्डा चालू कराया। पिछले साल 6 लाख यात्रियों ने इसका उपयोग किया और पांच शहरों के लिए सीधी विमान सेवा देने वाल यह हवाई अड्डा आज देश के सर्वाधिक व्यस्त हवाई अड्डों में है। इसके विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने 920 करोड़ दिये हैं।
उन्होंने कहा कि दरभंगा हवाई अड्डे के लिए जमीन देने में भी बिहार सरकार ने दो साल देर की थी। बिहटा हवाई अड्डा विस्तार के लिए अभी तक जमीन नहीं दी गई।
मोदी ने कहा कि दरभंगा में एम्स के लिए 150 एकड, मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विवि भवन के लिए 150 एकड़ और विक्रमशिला में प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए 200 एकड़ भूमि देने का मामला भी फाइलों में अटका पड़ा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पटना हवाई अड्डा विस्तार के लिए 1216 करोड़ दिये। इस पर काम जारी है। दो साल बाद सालाना 80 लाख यात्री पटना एयरपोर्ट की सेवाएँ ले सकेंगे। अभी साल में 25 लाख यात्री यहाँ उतरते या उड़ान भरते हैं।