DESK : केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में निस्वार्थ मानवीय सेवाओं के कारण आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया और जोखिमों को कम करने के क्षेत्र में उत्कृष्ट पहचान बना चुका है और निरंतर नई ऊँचाईयों को हासिल कर रहा है। श्री राय ने गुरूवार को यहां (एनडीआरएफ) के 18वें स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि बल द्वारा अब तक 8,500 से ज्यादा बचाव अभियानों के दौरान लगभग डेढ लाख से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है तथा साढे सात लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। सरकार की नीतियों और निर्णयों के बल पर देश ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में काफी प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि शुरू में बल में वाहिनियों की संख्या मात्र 8 थी, जो अब बढ़कर 16 हो गयी है। इसके साथ ही एनडीआरएफ की टीमें देश के 28 शहरों में ‘रीजनल रिस्पांस सेंटर’ के रूप में किसी भी आपदा में त्वरित कार्रवाई के लिए तैनात हैं।केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि बल का गठन सरकार द्वारा प्राकृतिक एवं मानव-निर्मित आपदाओं से निपटने के लिए किया गया था और स्थापना से लेकर अब तक यह निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह बल की कार्यकुशलता एवं अभ्यास का ही परिणाम है कि गत वर्षों में आई विभिन्न आपदाओं के दौरान होने वाले जान माल के नुकसान का प्रबंधन करने में हम और भी ज्यादा सक्षम हुए हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ देश का एकमात्र ऐसा बल है जो देश में किसी भी क्षेत्र में आपदाओं के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए बहु-कुशल बचावकर्मी, उच्च तकनीक तथा आधुनिक उपकरणों के साथ कम से कम समय में पहुँचता है। इसीलिए, सभी प्रकार की आपदाओं के लिए प्रभावी समय में अपनी विशेष प्रतिक्रिया के कारण यह बल आपदा प्रतिक्रिया का सबसे चर्चित नाम बन गया है। इमारत ढहने, बाढ़, बादल फटना, भू-स्खलन और ट्रेन दुर्घटनाओं आदि जैसी दुर्घटनाओं के दौरान बल द्वारा प्रदर्शित क्षमता को प्रत्येक स्तर पर सराहा गया है।श्री राय ने कहा कि एनडीआरएफ स्थानीय स्तर पर नागरिकों को बेहतर ढंग से तैयार करने के लिए विभिन्न जन-जागरूकता अभियानों और विद्यालय सुरक्षा अभियानों के माध्यम से योगदान दे रहा है। ए
नडीआरएफ ने नेहरु युवा केंद्र संगठन के स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर डिजास्टर रिस्पांस टीम विकसित करने के लिए देश के मल्टी हेज़र्ड जिलों में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण शुरू किया है और अब तक बल अपनी सभी बटालियनों और रीजनल रिस्पांस सेंटर में 10 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित कर चुका है तथा वर्ष 2024 तक 70 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने इस मौके पर उल्लेखनीय सेवाओं के लिए अलंकरण प्रदान किए और विभिन्न खेल तथा पेशेवर प्रतियोगिताओं की विजेता इकाईयों को पुरस्कृत किया। उन्होंने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। समारोह में बल के महानिदेशक अतुल करवल, गृह मंत्रालय तथा केन्द्रीय पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारी एवं बल के जवानों समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।