- सीबीआई, ईडी को मिली अनुमति वापस लेने से बीच में नहीं बंद होगी जांच
- सीएम ने राजद के दबाव में भ्रष्टचार से समझौता किया, तो इतिहास उन्हें नहीं करेगा माफ
- राज्य सरकार केंद्रीय एजेंसियों को केवल नया मुकदमा दायर करने से रोक सकती है
स्टेट डेस्क/पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां लालू परिवार के भ्रष्टचार के जिन मामलों की जांच शुरू कर चुकी हैं, उन्हें नीतीश कुमार की सरकार किसी भी तरह रोक नहीं पाएगी। मोदी ने कहा कि यदि राज्य सरकार सीबीआई और ईडी को बिहार में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने की पहले से मिली अनुमति अब राजद के दबाव में वापस भी लेती है, तो लालू परिवार को कोई राहत नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कंसेंट (सहमति) वापस लेने पर सीबीआई और ईडी केवल नये मुकदमे नहीं दायर कर सकेंगी। इससे उन मामलों की जांच नहीं बंद हो सकती, जिनमें प्राथमिकी दायर हो चुकी हो। मोदी ने कहा कि आइआरसीटीसी घोटाले में तेजस्वी यादव सहित कई लोगों के विरुद्ध जांच प्रक्रिया अब प्राथमिकी और आरोपपत्र से आगे बढ़ चुकी है। वे जमानत पर हैं और ट्रायल शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि रेलवे की नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में भी प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कई अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मोदी ने कहा कि इस नाजुक मोड़ पर यदि नीतीश कुमार ने भ्रष्टचार से समझौता कर जांच एजेंसियों को दिया गया कंसेंट वापस लिया, तो इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा और वे लालू परिवार को बचा भी नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि राजद की मांग नीतीश कुमार की अग्निपरीक्षा है।