नीतीश ने जन्मदिन पर की शराबबंदी की समीक्षा,59 हजार शिक्षकों को जारी किया नियुक्ति पत्र

पटना

पटना, डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने जन्मदिन के अवसर पर 1 मार्च को शराबबंदी की समीक्षा की। इससे पहले सक्षमता परीक्षा -2 पास 59 हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी किया। उन्होंने सांकेतिक के रूप से कुछ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया।

मद्य निषेध तथा विधि व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक तथा मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अद्यतन विधि व्यवस्था एवं शराबबंदी को बेहतर ढंग से लागू करने को लेकर किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिये पूरी तरह सतर्क और एक्टिव रहें। पुलिस गश्ती में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। पर्व-त्योहारों को देखते हुये असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के पूर्व लोग शराब पीकर अपनी सारी कमाई उड़ा देते थे, आज वही पैसा दूसरे काम में लग रहा है। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। समाज में शांति और भाईचारे का माहौल बना है। शराबबंदी से पुरुष और महिलाएं दोनों खुश हैं।

उन्होंने कहा कि नीरा के उत्पादन एवं बिक्री को बढ़ायें। नीरा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी एवं स्वादिष्ट होता है। नीरा के संग्रह, बिक्री, नीरा के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि इससे जुड़े लोगों के आय का स्रोत सृजित हो सके।

शराबबंदी के बेहतर क्रियान्वयन के लिये लोगों के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाते रहें। शराब के सेवन से होनेवाली हानियों एवं बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करें। ताड़ी के व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिये वैकल्पिक रोजगार सृजन के लिये समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि एवं अपर पुलिस महानिदेशक, मद्य निषेध सुशील खोपड़े मौजूद थे।

*मुख्यमंत्री ने सक्षमता परीक्षा-2 उत्तीर्ण 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षिकों को प्रदान किया नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री ने आज 59 हजार 28 विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इसमें 55 हजार 845 प्रारंभिक शिक्षक, 2532 माध्यमिक शिक्षक तथा 651 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने नीलम कुमारी, रुस्तम अली,नीलू राय, अच्युत कुमार तथा दीपक कुमार तिवारी को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब खुश रहें और मुस्कुराते रहें और बेहतर ढंग से अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करते रहें। उन्होंने कहा कि जब हमलोगों को यहां काम करने का मौका मिला तो शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी के लिए कई कदम उठाए गए। शिक्षकों की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्ष 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गई जिनकी कुल संख्या लगभग 03 लाख 68 हजार है।

वर्ष 2023 के बाद से सरकारी शिक्षकों की बहाली के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा ली गई जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक भी परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी शिक्षक बने। हमने तय किया कि नियोजित शिक्षकों के लिए अलग से परीक्षा ली जायेगी और उन्हें इसके लिए 5 अवसर दिये जायेंगे। एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक प्रथम सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए तथा 66 हजार 143 नियोजित शिक्षक दूसरी सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण हुए है।

आज यहां 100 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, शेष लोगों को जिलों से नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। दो सक्षमता परीक्षा में कुल 2 लाख 53 हजार 961 नियोजित शिक्षक उत्तीर्ण हुए जिनकी सरकारी शिक्षक के रूप में बहाली हो गई है। अब मात्र 86 हजार नियोजित शिक्षक बचे हुए हैं जो परीक्षा उत्तीर्ण कर जल्द ही सरकारी शिक्षक के रूप में बहाल हो जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग से 2 लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षक के रूप में परीक्षा पास कर बहाल हुए है तथा 02 लाख 53 हजार 961 नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक बने है यानि कुल 04 लाख 71 हजार 233 सरकारी शिक्षक बने। हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा हुई परीक्षा में 66 हजार 800 शिक्षक तथा 42 हजार 918 हेडमास्टर परीक्षा उत्तीर्ण हुये है जिन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों की कुल संख्या 5 लाख 80 हजार 951 हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सक्षमता परीक्षा 2 उत्तीर्ण शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। हमलोगों ने शुरू से ही सभी वर्गों चाहे हिंदू हों, मुसलमान हों, अगड़ा हों, पिछड़ा हों, अति पिछड़ा हों, दलित हों, महादलित हों उनके उत्थान के लिए कार्य किया है। महिलाओं के उत्थान के लिए भी कई कार्य किए गए हैं। सभी क्षेत्रों में महिलाएं आगे आ रही हैं। शिक्षक के रूप में बड़ी संख्या में महिलाएं बहाल हुई हैं। आज सभी शिक्षकों से मैं कहना

चाहता हूं कि वे अच्छे से बच्चों को पढ़ाएं और उनका विकास करें। मैं शिक्षा मंत्री से भी कहना चाहता हूं कि वे शिक्षण कार्य पर निरंतर निगरानी रखें। सभी बच्चे मन लगाकर पढ़ें। बच्चों को पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा नहीं हो, इसपर सबलोग विशेष ध्यान रखें। आज के इस अवसर पर आप सभी लोगों को फिर से बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं और उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।

*शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ ने मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंट किया

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ० सुनील कुमार, सूचना प्रावैधिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू उपस्थित थे।