हेमंत कुमार/पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार अनाप-शनाप बोल रहे पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को लेकर नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में बड़ी बात कह दी है! उन्होंने कहा है कि उनके बारे में मुझे नहीं बल्कि राजद को सोचना चाहिए! नीतीश ने कहा , कौन क्या बोलता है,मैं उस पर ध्यान नहीं देता हूं। जो बोल रहा है, वह जिस पार्टी का नेता हैं उस पार्टी को उसके बारे में विचार करना चाहिए। माना जा रहा है कि नीतीश की यह प्रतिक्रिया राजद नेतृत्व को साफ-साफ संदेश है कि वह सुधाकर पर कार्रवाई करे। नीतीश मंगलवार को पटना में जल-जीवन-हरियाली दिवस कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इस पूरे प्रकरण में तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया का इंतजार हो रहा है। वह 31 दिसंबर से पटना से बाहर दिल्ली में हैं। नये साल की बधाई के बाद उनका कोई बयान नजर नहीं आया है। राजद अध्यक्ष लालू यादव किडनी ट्रांसप्लांट के बाद सिंगापुर में हैं। उन्होंने राजनीतिक फैसला लेने का अधिकार तेजस्वी को दे रखा है। अब देखना है , तेजस्वी पिता की गैरहाजिरी में सुधाकर के बारे में कैसा फैसला लेते हैं!
नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी करने वाले सुधाकर सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र और राजद के विधायक हैं। अगस्त 2022 में जब नीतीश ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर राजद के साथ महागठबंधन की सरकार बनाई तब सुधाकर कृषि मंत्री बनाये गये थे। मंत्री बनने के बाद सुधाकर ने नीतीश को चोरों का सरदार कह दिया था। तब लालू यादवने सुधाकर को नीतीश से माफी मांगने का निर्देश दिया , लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी नतीजा के तौर पर उनको कैबिनेट से बाहर कर दिया गया।
एक दिन पहले सुधाकर ने नीतीश कुमार को ‘शिखंडी’ और ‘नाइट गार्ड’ कहा तो जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सीने तेजस्वी को संबोधित करते हुए फेसबुक पेज पर लिखा, तेजस्वी जी सुनिए-देखिए ये क्या बोल रहे हैं। हमारे नेता को गाली दी जा रही है। इससे हमारे नेता को चाहने वाले लाखों लोग आहत हुए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को फिर इस मामले पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि राजद की ओर से जो प्रतिक्रिया आयी है ,वह और भी दुखद है। कुशवाहा के आज के बयान से लग रहा है कि वह शायद वह सुधाकर के पलटवार की चर्चा कर रहे थे। क्योंकि राजद के किसी प्रवक्ता ने कोई बयान नहीं दिया है।
सुधाकर के बयान पर राजद के वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने तो जगदानंद को सुधाकर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करने की नसीहत दे दी। तिवारी ने सुधाकर के बयान को महागठबंधन की एकता के लिए अत्यन्त घातक है और घोर निंदनीय कहा है। कुशवाहा और तिवारी के बयान पर सुधाकर ने पलटवार करते हुए कहा है कि शिवानंद तिवारी, लालू यादव को जेल भिजवाने वालों में से एक हैं। उपेंद्र कुशवाहा को मुझे नसीहत देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि वह नीतीश के खिलाफ बहुत कुछ बोलते रहे हैं। सुधाकर ने यह भी कहा कि नीतीश सत्ता का हस्तांतरण क्यों नहीं कर रहे हैं।