पटना, डेस्क। फीडर सोलराइजेशन योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए विद्युत भवन में किसान/फर्म एवं बैंकों के बीच संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सम्मिलित किसान/फर्म द्वारा अपने खेतों में सोलर प्लांट इंस्टॉल करने के संबंध में कई आवश्यक जानकारियां प्राप्त की गई, उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर बैंकों और बीएसपीजीसीएल के अधिकारियों द्वारा दिया गया।
इस दौरान बीएसपीजीसीएल द्वारा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से पीएम कुसुम (फीडर सोलराइजेशन) योजना से जुड़े हर पहलू की विस्तार से जानकारी दी गई। किसानों को बताया गया कि आवेदकों को निविदा में भाग लेने के लिए निविदा प्रसंस्करण शुल्क 590 रुपये व निविदा शुल्क 11,800 रुपये जमा करना होगा।
इसके साथ ही अग्रिम धनराशि बैंक गारंटी अथवा डिमांड ड्राफ्ट के रूप में प्रति मेगावाट 1,00,000 रुपये की दर से उपकेंद्र-वार जमा करना होगा। सोलर प्लांट लगाने के लिए किसानों के पास प्रति मेगावाट 4 एकड़ जमीन होनी चाहिए। जमीन की व्यवस्था किसान लीज पर भी कर सकते हैं। प्रति मेगावाट कुल लागत 5 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। जिसमें 1.50 करोड़ रुपए सरकार की ओर से अनुदान के रूप में दिया जाएगा।
जमीन अपने क्षेत्र के संबंधित उपकेंद्र से लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में हो। किसानों को बताया गया कि आवेदन की अंतिम तिथि 24 दिसंबर 2024 है। इस परियोजना का कार्य 12 महीनों के भीतर संपन्न करना होगा। संवाद कार्यक्रम में बीएसपीजीसीएल के मुख्य अभियंता श्री दिलीप कुमार एवं निदेशक ए.के. सिंह उपस्थित थे। इस संवाद कार्यक्रम में भाग लेने वाले बैंकों में एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक प्रमुख थे।