PATNA: जेडीयू औऱ राजद में घमासान के बीच तेजस्वी बोले- मैं और मुख्यमंत्री जी सब देख रहे हैं, बयानवीरों को जानता हूं

पटना

DESK : बिहार की सता में वापसी के बाद हमेशा शांत दिखने वाले तेजस्वी यादव के चेहरे पर आज बौखलाहट दिखी। मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर जेडीयू औऱ राजद में घमासान का असर साफ दिखा। तेजस्वी यादव से आज पत्रकारों ने मंत्री चंद्रशेखर को लेकर राजद-जेडीयू में छिड़े घमासान पर सवाल पूछा। जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने राजद-भाजपा के बीच सांठगांठ होने का आऱोप लगाया है।

जवाब में तीखे तेवर में तेजस्वी यादव बोले-अरे भाई, शीर्ष नेता कौन है। लालू जी हैं, नीतीश जी हैं। उन्होंने महागठबंधन बनाया, लोग किसके साथ हैं। बयानवीरों के साथ हैं क्या लोग। बयानवीरों के साथ कोई नहीं है, नेता के साथ हैं लोग। एक बात समझ जाइये कौन क्या कह रहा है इसमें क्या है, मुद्दे की बात करिये न. मुद्दा क्या होना चाहिये. ये कोई मुद्दा है।

बीजेपी एक सोची समझी राजनीतिक साज़िश के तहत कार्य कर रही है। सब जानते है यह साज़िश एक- डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुई । कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की अफ़वाह फैलाई जा रही थी, कभी राज्यपाल बनाने की, कभी केंद्रीय मंत्री बनाने खबरें बनाई जा रही थी। जैसे माननीय मुख्यमंत्री ने भी कई बार बताया इन्हीं लोगों द्वारा कभी जदयू को तोड़ने की साज़िश रची जा रही थी। यह सब बीजेपी, भाजपा समर्थित मीडिया और बीजेपी माइंडेड लोग कर रहे थे।

अब जब से बिहार में महागठबंधन बना है और महागठबंधन सरकार ने अपने एजेंडे के तहत नौकरियाँ देने की और जातिगत जनगणना कराने का कार्य शुरू किया है वही लोग फिर साज़िशें कर रहे है। मुख्यमंत्री और हम सब इन सभी बातों को समझते है और उन लोगों को पहचानते है। बिहार में महागठबंधन के शीर्ष नेता हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद जी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी है। सब जानते है जनता किसके साथ है। बिहार की जनता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ है ना की बयानवीर चर्चित नेताओं के पास। हम सबों को सभी जाति-धर्मों और ग्रंथों का सम्मान करना चाहिए। ग्रंथों और धर्म की उसकी बजाय वास्तविक मुद्दों पर बहस होनी चाहिए।

धर्म को राजनीति से दूर रखना चाहिए तभी हम जनता के असल मुद्दों पर बात कर पायेंगे। मंदिर-मस्जिद, हिंदू-मुस्लिम ये सब बीजेपी और बीजेपी समर्थित मीडिया के पसंदीदा मुद्दे है। Debate और Discussion रोजी-रोटी, शिक्षा-चिकित्सा, विकास और जनकल्याण पर होनी चाहिए ना कि धर्म और ग्रंथ पर। महागठबंधन सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बहुत ही अच्छे तरीक़े से मजबूती से कार्य कर रही है। बिहार में बीजेपी के नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे।