Patna, Vikrant : सूबे का एकलौता बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर प्रशासन द्वारा एक दशक के बाद विभिन्न कृषि कालेज के करीब एक सौ वैज्ञानिकों को प्रोन्नति प्रदान करने संबधी अधिसूचना जारी की गई है। कुलपति डा.अरूण कुमार के निर्देश पर प्रोन्नति संबधी अधिसूचना जारी होने की खबर पाकर वैज्ञानिकोें सह प्राध्यापकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। प्रोन्नति के हकदार हरेक वैज्ञानिक जारी अधिसूचना में अपने अपनें नाम की खोज में जुट गए।
इसी कड़ी में कृषि कालेज के विभिन्न 10 वैज्ञानिकों का नाम प्रोन्नति सूचि में पाए जाने के बाद सोमवार को पूरे दिन खुशी की लहर छाई रही।। प्रोन्नति पाने वाले हरेक वैज्ञानिक एक दुसरे के प्रति बधाई देनें में व्यस्त रहे। इसी बीच प्रोन्नति पाने वाले वैज्ञानिको की टीम नें कृषि कालेज के प्राचार्य डा.रियाज अहमद व कृषि अभियांत्रिकी कालेज के प्राचार्य डा.जे.पी.सिंह को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उन्हें बधाई देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डा.अरूण कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रोन्नति संबधी जारी अधिसूचना में अकेले वीर कंुवर सिंह कृषि कालेज डुमरांव के 10 वैज्ञानिकों का नाम शामिल है। जिसमें डा.शांति भूषण (पीबीजी), डा.प्रकाश सिंह(पीबीजी), डा.सी.प्रभाकर, सुनिल कुमार(पीबीजी), डा.मणीभूषण ठाकुर, डा.उदय कुमार, डा.रणजीत कुमार, डा.रणजीत कुमार, डा.ए.के.जैन के आलावे महिला वैज्ञानिक अंजना अरूण के नाम शामिल है।
वहीं प्रोन्नति पाने वाले में विभिन्न कृषि कालेज में किशनगंज,नालंदा के आलावे सबौर स्थित कृषि कालेज व कृषि अभियांत्रिकी कालेज में कार्यरत विभिन्न विभाग के वैज्ञानिको को मिलाकर करीब एक सौ अधिक वैज्ञानिकों के नाम शामिल है। हाला कि देर से कई वैज्ञानिको द्वारा विवि प्रशासन के समक्ष प्रोन्नति पाने को अपनी दावेदारी किए जाने के चलते उन्हें प्रोन्नति पाने का इंतजार है।
बिहार कृषि विवि के कुलपति डा.अरूण कुमार का कथन-
बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति डा.अरूण कुमार नें बताया कि विश्वविद्यालय स्तरीय गठित स्क्रीनिंग कमिटी द्वारा विभिन्न कृषि व कृषि अभियांत्रिकी कालेज के वैज्ञानिकों का नाम प्रोन्नति के लिए चयन किया गया है। प्रोन्नति संबधी अधिसूचना जारी कर दिया गया है। जारी अधिसूचना को सभी संबधित कालेज को भेजा जा चुका है। वहीं डुमरांव स्थित कृषि कालेज के प्राचार्य डा.रियाज अहमद नें कहा कि कुलपति डा.अरूण कुमार के निर्देश पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा करीब एक दशक के बाद वैज्ञानिकों को प्रोन्नति प्रदान किया गया है।विवि प्रशासन नें हकदार वैज्ञानिकों को प्रोन्नति प्रदान कर प्रशंसनीय व ऐतिहासिक काम किया है।